गाजियाबाद। सरकारी अस्पतालों में नौ महीने में 9.53 लाख मरीज बढ़े हैं। सबसे अधिक नगरीय क्षेत्र के स्वास्थ्य केंद्रों पर 5.52 लाख मरीज बढ़ गए। ओपीडी के साथ भर्ती मरीजों की संख्या 18,388 बढ़ी है। लेकिन जिला महिला अस्पताल में मरीजों की संख्या स्थिर है। नौ महीने में सिर्फ 411 मरीज बढ़े हैं।
नगरीय स्वास्थ्य केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता का कहना है कि इस समय सभी नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकों की नियुक्ति हो चुकी है। इस कारण से ओपीडी में मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है।
एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. राकेश कुमार सिंह का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में सबसे अधिक फिजिशियन की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। अस्पताल में बुखार, सिर, बदन व हाथ-पैर में दर्द के मरीजों के अलावा मधुमेह और रक्तचाप के भी मरीज बढ़े हैं।
सीएमएस का कहना है कि अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीज को एक रुपये के पर्चे में पूरा इलाज मिल रहा है, जबकि निजी अस्पतालों में जांच कराने पर पांच से सात हजार रुपये खर्च करने पड़ते हैं और डॉक्टर की फीस अलग से देनी होती है। इस कारण से मरीजों का रुझान सरकारी अस्पतालों की तरफ बढ़ा है।