फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बंद पड़े मंदिर को फिर से खोल जाने के बाद शनिवार को प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी भाग लिया। उन्होंने पुष्प वर्षा कर भाईचारे और सौहार्द का संदेश दिया। इस मंदिर की खोज 5 जनवरी को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा की गई थी जिसके बाद मंदिर में पूजा शुरू की गई।
मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसके साथ ही मंदिर में पुष्प वर्षा भी हुई। यह आयोजन धार्मिक सद्भाव और एकता का प्रतीक बना, जिससे स्थानीय समुदाय के बीच भाईचारे का संदेश दिया गया। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले सभी मूर्तियां को विधि विधान से स्नान कराया गया और फिर उनका दूध से अभिषेक किया गया। फिर सभी प्रतिमाओं को ढोल-नगाड़े बजाकर ले जाया गया। रास्ते में सभी भक्तों ने जय श्री राम के नारे लगाए। मंदिर में मूर्तियों को विराजमान किया गया और उनकी पूजा-अर्चना की गई। स्थानीय लोगों ने इसे एकता की मिसाल बताते हुए समाज में शांति और भाईचारे को बढ़ावा देने वाला कदम बताया।
ज्ञात हो कि यह मंदिर फिरोजाबाद के रसूलपुर थाना क्षेत्र के मोहल्ला रसूलपुर की गली नंबर 8 में है। हिंदू संगठनों के अनुसार मंदिर कई दशक पुराना है। इसमें शिव परिवार के साथ-साथ बजरंगबली की भी प्रतिमा है। वहां रह रहे लोगों के अनुसार, पहले यहां हिंदू आबादी रहती थी। लोग यहां पूजा-पाठ करते थे। करीब 30 साल पहले इलाके में मुस्लिम समुदाय का वर्चस्व बढ़ा। इसके बाद हिंदू समाज के लोग यहां से पलायन कर गए। तब से यह मंदिर बंद था । बजरंग दल के सह संयोजक मोहन बजरंगी ने बताया कि रखरखाव के अभाव में मंदिर जर्जर हो गया है। मूर्तियां भी खंडित हो चुकी हैं। संभल में बंद मंदिर का मामला सामने आने के बाद हिंदूवादी संगठनों की नजर इस मंदिर पर पड़ी। इसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पुलिस और सिटी मजिस्ट्रेट से संपर्क किया।