मुजफ्फरनगर। दिल्ली के जंतर मंतर से शुरू हुई महिला पहलवानों और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की लड़ाई अब पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में एक अलग रूप ले चुकी है। भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में एक और जहां खाप पंचायतों ने महिला पहलवानों का समर्थन कर दिल्ली पुलिस को 21 मई तक अल्टीमेटम दिया है तो वही मुजफ्फरनगर के राजपूत समाज ने भी भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण के समर्थन में ज्ञापन देते हुए आरोप लगाया था कि बृजभूषण शरण सिंह का उत्पीड़न इसलिए किया जा रहा है क्योंकि वह राजपूत समाज से आते हैं।
बता दें कि यह मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है तो आज अखिल उत्तर प्रदेश जाट महासभा के पदाधिकारियों ने महिला पहलवानों के समर्थन में एक ज्ञापन प्रदेश सरकार के नाम एसडीएम को सौंपा।
आज कचहरी परिसर के सर्व समाज के अधिवक्ता गणों ने भी जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
इस दौरान वरिष्ठ एडवोकेट ज्ञान कुमार ने कहा कि बृजभूषण शरण सिंह एक अपराधी है जिसके विरूद्ध कई गंभीर अपराध है जिनमें हत्या व अपहरण के मामले भी दर्ज है। महिला पहलवानों के मामले में बृजभूषण पर पोक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है।
अधिवक्ता गणों ने मांग करते हुए कहा कि बृजभूषण शरण सिंह को तत्काल गिरफ्तार कर जेल पहुंचाया जाए अन्यथा वह जांच को प्रभावित कर अपने खिलाफ साक्ष्यों को नष्ट करेगा। उन्होंने बताया कि पहलवान राष्ट्र का गौरव है इन्हें जाति धर्म या क्षेत्र में नहीं बांटा जा सकता, यह पहलवान देश की धरोहर है और इन्हें जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए।
इस दौरान ज्ञापन देने वालों में एडवोकेट ज्ञान कुमार, चंद्रमणि शर्मा, प्रवीण सैनी, गुलबीर सिंह, शिवम त्यागी, नेपाल सिंह, सनसपाल चौहान, जयकुमार, भारत वीर अहलावत, देवेंद्र खरब, अशोक वीर तोमर, आस मोहम्मद, मुनव्वर हसन, मनोज शर्मा आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।