मुरादाबाद। छेड़खानी के विरोध पर छह छात्राओं को कार से कुचलने के मामले में अंतिम आरोपी दरोगा के बेटे दिव्यांशु के खिलाफ शनिवार को पॉक्सो कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। पुलिस के अनुसार दरोगा का बेटा कार्रवाई से बचने के लिए हाईकोर्ट जाने की तैयारी में है। इस मामले में चार आरोपियों को पुलिस द्वारा जेल भेजा जा चुका है। पुलिस अधीक्षक नगर ने बताया कि इस घटना के बाद से आरोपित दिव्यांशु की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
महानगर के थाना सिविल लाइंस क्षेत्र की अलग-अलग कॉलोनियों की रहने वाली छह छात्राएं बीती 7 फरवरी को थाना क्षेत्र स्थित शिरडी साईं पब्लिक स्कूल से बोर्ड परीक्षा के प्रवेशपत्र लेकर लौट रही थीं। रामगंगा विहार में गोल्डन गेट ग्लोबल स्कूल के पास खड़ी छात्राएं बातचीत कर रही थीं। इस दौरान कार सवार पांच युवकों ने छात्राओं से छेड़खानी शुरू कर दी। विरोध करने पर आरोपियों ने छात्राओं को कार से रौंद दिया। टक्कर से एक छात्रा कार की बोनट पर गिर गई थी, जिसे कार दौड़ाने के बाद सड़क पर गिराकर आरोपित भाग निकले थे। सभी छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गई थीं, जिनमें से दिल्ली में भर्ती एक छात्रा की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
सिविल लाइंस के नवीननगर निवासी शगुन सिंह को स्थानीय लोगों ने मौके से दबोच लिया था। पुलिस ने शगुन समेत पांच आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली थी। मौके से भागे चार आरोपितों में से लक्ष्य बवेजा और उदय कौशिक और दो दिन पहले यश सिरोही को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। एक आरोपित दिव्यांशु 15 दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस ने इस मामले में तीन छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं। दिल्ली में भर्ती छात्रा के सिर में गंभीर चोट लगी थी। परिजनों ने बताया कि उसका ऑपरेशन हो चुका है लेकिन हालत में अभी सुधार नहीं है। अन्य छात्राओं की हालत भी अभी पूरी तरह ठीक नहीं हुई है।
पुलिस अधीक्षक कुमार रणविजय सिंह आज ने बताया कि बीती 7 फरवरी को हुई घटना के बाद आरोपित दिव्यांशु की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है लेकिन वह हत्थे नहीं चढ़ा। गिरफ्तारी नहीं होने पर विवेचक ने पॉक्सो कोर्ट में रिपोर्ट दी। इसके बाद कोर्ट ने दिव्यांशु के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया।
एसपी ने फरार आरोपित को शरण देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की बात कही। वहीं जल्द ही गिरफ्तारी न होने पर आरोपित दिव्यांशु के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई भी की जा सकती है।