झांसी। उप्र में आपस में ब्लड रिलेशन में भी स्टाम्प लगता था। अब महज 5 हजार रुपये में परिवार के लोग संम्पत्ति को अपने नाम करा सकते हैं। प्रदेश सरकार द्वारा नवाचार किया गया है। महिलाओं को अब मायके में भी हिस्सा मिलेगा। अब महज 5 हजार रुपये में संपत्ति को परिवार के लोगों को दान किया जा सकेगा। नाती पोतों को भी स्टाम्प ड्यूटी नहीं देनी होगी। प्रदेश के साढ़े तीन लाख लोगों ने इसका उपयोग किया है। यह बयान स्वतंत्र प्रभार मंत्री स्टाम्प एवं पंजीयन विभाग रविन्द्र जायसवाल ने सर्किट हाउस में देर शाम मंडलीय समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए दिया।
उन्होंने पॉवर ऑफ अटॉर्नी के मामले में जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले में किसान बिल्डर्स का शिकार होते थे। इसमें राजस्व चोरी कर किसान को ठगा जाता था। सरकार ने इस पर संज्ञान लेते हुए अब परिवार के लिए 100 रुपये की अटॉर्नी विधिमान्य की है। यह केवल परिवार के लोगों के लिए ही मान्य होगी। बाहर इसे सर्किल रेट पर स्टाम्प ड्यूटी लगाने का प्राविधान किया है। यहां तक कि संपत्ति बिक्री के लिए भी स्टाम्प ड्यूटी लगाने का प्राविधान है।
उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था की तारीफ करते हुए बताया कि दोगुना रजिस्टरी बता रही है कि प्रदेश में लॉ एंड आर्डर बेहतर है। अब पूरे प्रपत्र कहीं भी लगाने की आवश्यकता नहीं होगी। बल्कि 100 रुपये में ले सकते हैं रजिस्ट्री का एक पेज का डॉक्युमेंट। उसमें सभी जानकारी रहेगी। उन्होंने 20 अक्टूबर को झांसी में ऐसे ही 100 रुपये की पॉवर ऑफ अटॉर्नी कराकर लाखों के स्टाम्प ड्यूटी चोरी करने के मामले में जांच कराकर कार्रवाई कराने के निर्देश दिए।
कहा कि प्रदेश से 3 सदस्यीय टीम बनाकर 10 दिन के अंदर जांच की जाएगी। यही नहीं साक्ष्य प्राप्त होने पर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। 33 गांव के लोगों के सर्किल रेट न बढ़ाए जाने की जांच कराने के निर्देश दिए। बताया कि योगी सरकार के आते समय 2016 में 218 करोड़ की आय थी। जबकि आज, 2023 में 612 करोड़ की आय हो गई है। उन्होंने फोटो कॉपी स्टाम्प बेचे जाने वाले मामले में भी जांच के आदेश दिये। इस अवसर पर डीआईजी स्टाम्प ड्यूटी, रजिस्ट्रार व एडीएम वित्त एवं राजस्व उपस्थित रहे।