लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि विधानसभा सदस्यों की विचारधाराएं अलग हो सकती हैं, पर कार्य सबका एक है। इसलिए राजनीति में न तो किसी से सर्टिफिकेट लेने की जरूरत है, न ही किसी को सर्टिफिकेट देने की जरूरत है। हम अपने काम से जनता के दिल में जगह बनाने का काम करें। महाना गुरुवार को यहां होटल सेंट्रम में विधायिका से जुड़े विभिन्न विषयों पर विधायक समूह की एक बैठक में चर्चा कर रहे थे।
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उन्होंने कहा कि कुछ वर्ष पहले यह आम धारणा थी कि जिसको कुछ नहीं आता है, वह नेता बन जाता है, पर अब सामाजिक माहौल बदल चुका है। अब वही नेता बन सकता है, जिसे सब कुछ आता है। उन्होंने कहा कि समाज के हर क्षेत्र में लोग राजनीति में आना चाहते हैं, पर राजनीतिज्ञों की आलोचना भी करते हैं।
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महाना ने कहा कि विधायक एक-दूसरे को सिखाने का काम करें। मुझे 33 वर्षों के कार्यकाल में न किसी ने सिखाया, न ही किसी ने मुझसे सीखने का काम किया। अब विधायिका की कार्यशैली में रहते हुए तीन साल हो रहे हैं। इसलिए सदस्यों को अगली बार कैसे जीतकर विधानसभा आएं, इस पर विचार करना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि हम सबकी योग्यता एक है, बिरादरी एक है, क्योंकि जनता ने हमें चुनकर विधानसभा में भेजा है। पांच साल में सब कुछ पूरा होना संभव नहीं है। विकास एक सतत प्रक्रिया है। इसलिए निराश न हों और विकास के प्रयास में लगे रहिए।
उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि क्षेत्र से जो व्यक्ति भी आपसे मिलने आता है, उसकी बात को जरूर सुनिए। उन्होंने कहा कि लोगों के काम की गारंटी नहीं, बल्कि काम करने के प्रयास की गारंटी लेनी चाहिए।
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महाना ने कहा कि पहले कई बार के विधायक बोलते नहीं थे, अब पहली बार के विधायक बोलने को तत्पर रहते हैं। जो विधानसभा में बोलेगा, उसी की टीआरपी बढ़ेगी। जो बोलेगा ही नहीं, उसकी तो टीआरपी कैसे बढ़ेगी ? उन्होंने कहा कि हमारा जनता के बीच कितना विश्वास है, वही हमें फेक न्यूज से बचा सकता है। जनता के बीच काम करने का अर्थ जनता का विश्वास है। विधायिका के बारे में विधायकों को नकारात्मकता से बचना चाहिए।
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इस मौके पर कार्यक्रम में उपस्थित हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंदर कल्याण ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का बहुत नाम सुन रखा था। आज यहां आकर यह बात सिद्ध हो चुकी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा को आज देखकर अनुभव हुआ कि वाकई यह बेहतरीन विधानसभा है। उन्होंने कहा कि अब अपने प्रदेश हरियाणा जाकर वहां की विधानसभा में भी बदलाव करूंगा।
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विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना से आज बहुत मार्गदर्शन मिला है। महाना जी के कार्यों से पूरे देश की विधानसभाओं को लाभ होगा। उन्होंने उपस्थित विधायकों से कहा कि जब हम विधायक चुने जाते हैं, तो वहीं से हमारी जिम्मेदारियां शुरू हो जाती हैं। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि हम क्षेत्र के विकास के लिए जितना परिश्रम करेंगे, वही हमारी ताकत है। निश्चित रूप से हम अपनी ताकत को बढ़ा सकते हैं। इससे विधायिका की भी ताकत बढ़ेगी।
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इस अवसर पर विधायक सुरेंद्र मैथानी, महिला विधायक अनुपमा जायसवाल, महिला विधायक केतकी सिंह, विधायक इकबाल महमूद, विधायक संग्राम सिंह ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने सभी विधायकों का स्वागत कर उनका आभार जताया।