छिंदवाड़ा/भोपाल । मध्य प्रदेश में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। छिंदवाड़ा जिले में महिलाओं ने एक आदिवासी युवक को छाती पर बैठ कर पेशाब पिलाई और उसके सिर-मुंह पर चप्पलें मारीं। इसके बाद उसे जूते-चप्पलों की माला पहना कर गांव में घुमाया। फिर ग्रामीणों ने उसकी थाने में शिकायत कर दी। पुलिस ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। युवक जेल में बंद है। घटना जिले के आदर्श गांव बारहबरियारी की 4 सितंबर की है, लेकिन शुक्रवार को इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
जानकारी के अनुसार, ग्राम बारह बरियारी में कुछ दिनों से महिलाओं और बच्चों के कपड़े चोरी हो रहे थे। इस बात से पूरा गांव परेशान था। ग्रामीण कपड़े चोरी करने वाले को पकड़ने की फिराक में थे। गांव की महिलाओं का कहना है कि छोटेलाल उईके को कपड़े चोरी करते रंगे हाथों पकड़ लिया, जिसके बाद महिलाओं और पुरुषों ने छोटेलाल के साथ पहले तो जमकर मारपीट की। इसके बाद उसे जूते-चप्पल की माला पहना कर गांव के हर घर के सामने घुमाया। मारपीट करते हुए उसे जमीन पर लिटा दिया। महिलाएं शीशी में पेशाब भरकर लाईं, जब छोटेलाल को लगा कि पेशाब पिलाई जा रही है, उसने अपना मुंह बंद कर लिया। महिलाएं उसके सीने पर बैठ गई। फिर चम्मच डालकर उसका मुंह खोलकर उसे पेशाब पिलाई गई। इसके बाद उसे उल्टियां हो गई। महिलाएं फिर भी नहीं मानीं, उसे फिर जबरदस्ती पेशाब पिलाई गई। इस तरह उसे पूरे गांव के सामने जलील किया गया। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने युवक पर धारा-151 के तहत कार्रवाई कर उसे जेल भेज दिया है। घटना के बाद से आदिवासी युवक का परिवार खौफ में है। वीडियो सामने आने के बाद कलेक्टर मनोज पुष्प ने मामले को संज्ञान में लेकर टीम गठित कर दी है और मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
इधर, पीड़ित युवक की बहन और पिता ने बताया कि छोटेलाल तीन सितंबर को राखी का त्योहार मानने ससुराल गया था। इसकी मां भी अपने भाई के यहां गई हुई थी। इस दिन पिता घर पर अकेले थे। इसी दिन शाम को गांव वाले छोटेलाल के घर पहुंचे। गांव वालों ने पूरा घर घेर लिया। इसके बाद गांव वालों ने छोटेलाल के बार् में पूछा तो पिता ने बताया कि घर पर नहीं है। गांव वालों ने घर के अंदर देखा और जब नहीं मिला तो लौट गए। इसके बाद चार सितंबर को वह ससुराल से लौट रहा था, तभी गांव वालों ने उसे दबोच लिया, इसके बाद इस पूरी घटना को अंजाम दिया।
युवक के पिता ने बताया कि घटना के एक दिन पहले मेरे बेटे को मारने आए थे। वह घर पर नहीं मिला। इसलिए दूसरे दिन पिता मुकद्दम के यहां चला गया। सुबह करीब एक बजे बेटे को ग्रामीणों द्वारा पीटने की सूचना मिली। मुकद्दम और पिता ने ग्रामीणों को बहुत मनाया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। छोटेलाल को पीटते रहे, पिता कुछ नहीं कर पाया।
मामले में ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो से तीन महीने से गांव में महिलाओं और बच्चों के कपड़े चोरी हो रहे थे। ग्रामीणों को शक है कि कोई कपड़े चुरा कर जादू टोना कर रहा है। इसलिए वह चोर को तलाश में थे। छोटेलाल चोरी करते पकड़ा गया था।