चेन्नई। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में बुधवार सुबह अन्ना यूनिवर्सिटी की एक छात्रा के साथ विश्वविद्यालय परिसर में बलात्कार की घटना सामने आई है। पुलिस ने इस मामले में 37 वर्षीय एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की पहचान यहां सड़क किनारे बिरयानी बेचने वाले ज्ञानशेखरन के रूप में हुई है। यह घटना अलसुबह उस समय हुई जब पीड़िता और उसका पुरुष मित्र पास के चर्च में प्रार्थना में भाग लेने के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस में लौट रहे थे। दोनों को एक सुनसान जगह पर दो लोगों ने रोक लिया। हमलावरों ने छात्र के साथ मारपीट की और छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। कथित तौर पर लड़की को पास की झाड़ी में खींच लिया गया जहां उसके साथ बलात्कार किया गया। बाद में कोट्टूरपुरम थाने में शिकायत दर्ज की गई और दोनों छात्रों को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले की निगरानी के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे।
सूत्रों ने कहा कि अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए तलाश जारी है। राजधानी के बीचों-बीच हुई इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया। विपक्षी दलों के साथ-साथ सत्तारूढ़ द्रमुक के सहयोगियों ने भी घटना की तीखी आलोचना की है। तमिलनाडु इकाई के भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए एक्स पर लिखा : “द्रमुक सरकार के तहत तमिलनाडु में गैर-कानूनी गतिविधियां काफी बढ़ गई हैं और राज्य अपराधियों के लिए स्वर्ग बन गया है। महिलाएं राज्य में अब सुरक्षित महसूस नहीं करती हैं क्योंकि सत्तारूढ़ प्रशासन विपक्ष को चुप कराने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर रहा है।” इस घटना के बाद ग्रेटर चेन्नई पुलिस को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। अधिकारियों ने पहले क्रिसमस समारोह के लिए अचूक सुरक्षा-व्यवस्था लागू करने का दावा किया था और आठ हजार से अधिक अधिकारियों को ड्यूटी पर तैनात किया था।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि पीड़िता और उसके दोस्त से पूछताछ की गई है और जांच जारी है। राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर द्रमुक सरकार पहले से ही आलोचना झेल रही है। गौरतलब है कि मानसिक रूप से बीमार थर्ड ईयर की एक कॉलेज छात्रा के साथ 10 पुरुषों के एक समूह ने 10 माह तक कथित तौर पर बलात्कार किया था। अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यह मामला तब सामने आया जब लोडर के रूप में काम करने वाले पीड़िता के पिता ने चिंताद्रिपेट महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसे बाद में एग्मोर थाने में स्थानांतरित कर दिया गया। पिता को अपनी बेटी के फोन पर अश्लील सामग्री मिली और उसने उससे इसके बारे में पूछताछ की। शुरुआत में टालमटोल करने वाली लड़की ने बाद में खुलासा किया कि पुरुषों के एक समूह ने उसके साथ बार-बार बलात्कार किया था।
वे उसे विभिन्न लॉज और अन्य अलग-अलग स्थानों पर ले गए थे। पीड़िता के बयान के आधार पर, पुलिस ने नौ धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें मानसिक या शारीरिक रूप से विकलांग महिलाओं के साथ बलात्कार और अपहरण से संबंधित धाराएं भी शामिल हैं। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि पीड़िता पिछले साल अक्टूबर में एक कॉमन कॉलेज फ्रेंड के माध्यम से तीन संदिग्धों से मिली थी। लोगों ने कथित तौर पर कई स्थानों पर उसके साथ बलात्कार किया। उसने सोशल नेटवर्किंग एप्लिकेशन के माध्यम से मिले अन्य लोगों द्वारा उस पर हमला किए जाने की भी सूचना दी।