नयी दिल्ली। इंडिया समूह ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर इसे राज्यसभा महासचिव को सौंप दिया है।
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इंडिया समूह की तरफ से कहा गया है कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है, जो मजबूरी में लिया गया है। राज्यसभा के सभापति का व्यवहार बहुत ही पक्षपातपूर्ण रहा है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि सदस्यों ने सदन में भी सभापति को कहा कि पक्षपातपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है। उनका कहना था कि गठबंधन के विभिन्न दलों के नेताओं का इस संबंध में एक ही रुख था, इसलिए प्रस्ताव लाया गया है। यह पूछने पर कि कितने सदस्यों ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए हैं, उन्होंने कुछ नहीं बताया लेकिन कहा कि यह निर्णय मजबूरी में लेना पड़ा है।
उन्होंने कहा, “राज्यसभा के माननीय सभापति द्वारा अत्यंत पक्षपातपूर्ण तरीक़े से उच्च सदन की कार्यवाही का संचालन करने के कारण इंडिया समूह के सभी घटक दलों के पास उनके ख़िलाफ़ औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। गठबंधन की पार्टियों के लिए यह बेहद ही कष्टकारी निर्णय रहा है लेकिन संसदीय लोकतंत्र के हित में यह अभूतपूर्व कदम उठाना पड़ा है। यह प्रस्ताव अभी राज्यसभा के महासचिव को सौंपा गया है।”