नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र में भाजपा ने जोरदार राजनीतिक हमला किया है, खासकर जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर कांग्रेस की घेरेबंदी करते हुए। दोनों सदनों में अमेरिकी अरबपति सोरोस और गांधी परिवार के बीच कथित कनेक्शन को लेकर हंगामा हुआ। इस बीच, विपक्ष राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा है।
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संविधान के अनुच्छेद 67(बी) के तहत, उपराष्ट्रपति (जो कि राज्यसभा के सभापति भी होते हैं) को हटाने के लिए एक प्रस्ताव की आवश्यकता होती है, जो सभी सदस्यों के बहुमत से पारित हो और लोकसभा द्वारा सहमति दी जाए। इसके लिए प्रस्ताव को प्रस्तुत करने से पहले कम से कम चौदह दिनों का नोटिस देना अनिवार्य है।
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सूत्रों के अनुसार, तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद भी इस प्रस्ताव के पक्ष में हैं। एक वरिष्ठ TMC सांसद ने सुझाव दिया कि कांग्रेस को इस पहल को आगे बढ़ाना चाहिए। ध्यान देने वाली बात यह है कि राज्यसभा के सभापति को हटाने के लिए 50 सांसदों के हस्ताक्षर की आवश्यकता होती है। पिछले मानसून सत्र में भी ऐसा प्रस्ताव लाने की चर्चा हुई थी, लेकिन विपक्ष ने बाद में इसे आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया था।