नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि हमारा लक्ष्य होना चाहिए कि भारत को किसी भी तकनीक का आयात न करना पड़े।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2023 के ग्रैंड फिनाले के प्रतिभागियों के साथ बातचीत की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि युवा अन्वेषकों की समस्या सुलझाने की क्षमता, जटिल चुनौतियों से निपटने की सरलता उल्लेखनीय है।
उन्होंने कहा कि भारत का स्पेस प्रोग्राम आज पूरी मानवता के लिए उम्मीद की किरण बन चुका है। चंद्रयान-3 ने भारत को चंद्रमा पर लैंड कराया, ये सफलता सिर्फ इतनी ही नहीं है। इसने भारत के प्रति दुनिया का नज़रिया ही बदल दिया है। दुनिया में ये भाव और सशक्त हुआ है कि, भारत कुछ भी कर सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे अपने परिवर्तन के दौर से गुजर रही है और केंद्र सरकार इसके लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रही है। लॉजिस्टिक्स पर भी हमारा विशेष ध्यान है। उन्होंने कहा कि हमें नवीनतम तकनीक के उपयोग के बारे में सतर्क रहने की आवश्यकता है। यदि इसे नियामक तरीके से उपयोग किया जाए तो यह बहुत उपयोगी हो सकता है। हालांकि, अगर गलत तरीके से उपयोग किया जाता है तो यह वास्तव में खतरनाक हो सकता है; उदाहरण के लिए, डीपफेक वीडियो। इसलिए, हमें इसकी आवश्यकता है किसी वीडियो या फोटो पर भरोसा करने से पहले सतर्क रहें। भारत एआई के लिए एक वैश्विक ढांचे पर भी जोर दे रहा है।
उन्होंने कहा कि विश्व को विश्वास है कि भारत वैश्विक चुनौतियों के लिए कम लागत, गुणवत्ता, टिकाऊ समाधान प्रदान कर सकता है। मोदी ने कहा कि आज भारत, विश्व के सबसे युवा देशों में से एक है।
आज भारत में विश्व का सबसे बड़ा टैलेंट पूल है। आज भारत में एक स्थिर और मजबूत सरकार है। आज भारत की अर्थव्यवस्था, रिकॉर्ड तेजी से आगे बढ़ रही है। आज भारत में साइंस और टेक्नोल़ॉजी पर अभूतपूर्व बल दिया जा रहा है।
मोदी ने कहा कि छात्रों के लिए सरकार ने भी माई गाव पर एक विशेष पोर्टल बनाया है। मेरा युवा भारत नाम से एक और संगठन का निर्माण हुआ है, जो देश की युवाशक्ति को दिशा देने का काम कर रहा है। आप भी इसमें अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करवाएं।
उन्होंने कहा कि आज़ादी का अमृतकाल यानी आने वाले 25 साल देश के साथ ही आपकी लाइफ को भी डिफाइन करने वाले हैं। भारत को विकसित बनाने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना है। इसमें आप सभी का सबसे बड़ा लक्ष्य भारत की आत्मनिर्भरता होना चाहिए।