रायबरेली – उत्तर प्रदेश के रायबरेली ऊंचाहार इलाके में अपनी ही सरकार के पुलिस के रवैये से नाराज जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी को कोतवाली पर रविवार को धरने में बैठ गयीं।
भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष ने ऊंचाहार कोतवाली में धरने पर बैठ कर पुलिस प्रशासन पर मनमाने रवैये और एनटीपीसी के कर्मियों के शिनाख्त पास नवीनीकरण में अवैधानिक तौर तरीकों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
भाजपा की जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी ने आरोप लगाया कि एनटीपीसी में काम करने वाले गरीब मजदूरों के शिनाख्त पास नवीनीकरण के लिए पुलिस अवैधानिक तौर तरीके अपना रही है जिससे गरीब उत्पीड़ित होता है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में कंदरावा गांव में स्थित अंबेडकर की प्रतिमा को तोड़ा गया जिसमें पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की । उनकी ओर से आरोप लगाते हुए कहा गया कि कोतवाल के पास पहुंची कुछ पीड़ित महिलाओ को कोतवाल कहते हैं कि क्या मैं तुम्हारा नौकर हूं ? उन्होंने कहा कि जब उन्होंने सुना तो वह पहुंच गई। उनका कहना है कि इस तरह से जनप्रतिनिधियों के सामने बड़ी विषम स्थिति पैदा हो गई।
धरने पर साथ गए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रंजना के पति पुतून कुमार ने भी पुलिस अधीक्षक अभिषेक अग्रवाल और क्षेत्राधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह लोग भी जनप्रतिनिधियों के फोन नही उठाते है। पुलिस अधीक्षक को फोन करने पर उनके पीआरओ फोन उठाते है और कहते है आपकी बात करवाता हूं लेकिन सारा दिन बीतने के बावजूद भी फोन नही आता है।
उन्होंने कहा कि जब जनप्रतिनिधियों का यह हाल है तो आम जनता का क्या होगा। हालांकि इस मामले में कोतवाल अनिल कुमार सिंह ने बताया कि अंबेडकर प्रतिमा तोड़ने वाले मामले में जल्द ही जांच कर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी और जिला पंचायत अध्यक्ष को उनकी ओर से आश्वस्त किया गया है।
धरना प्रदर्शन के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष व उनके पति आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने चले गए।