देवबंद-सहारनपुर (गौरव सिंघल)। देवबंद पुलिस ने 22 वर्षीय युवक अफजाल उर्फ मोनू पुत्र इरशाद का शव बरामद कर उसकी हत्या में शामिल उसके ही तीन साथियों उस्मान पुत्र सगीर, महताब पुत्र आबिद और नरेंद्र सैनी पुत्र ओमप्रकाश सैनी को आज गिरफ्तार किया है। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने आज यह जानकारी दी।
देवबंद के मोहल्ला सराय पीरजादगान निवासी युवक अफजाल की पत्नी आसिया ने शनिवार को एसएसपी
डा. विपिन ताडा से मिलकर शिकायत की थी कि उसका पति 11 जनवरी से लापता है। जो अपने कुछ दोस्तों के साथ घर से गया था। वापस नहीं आया है। उसे जानकारी मिली थी कि उसके पति को उसके दोस्तोे के साथ हाईवे स्थित शराब के ठेके पर देखा था। सीसी टीवी में भी वे दिखाई दिए है।
एसपी देहात सागर जैन के मुताबिक देवबंद पुलिस ने अफजाल की पत्नी आसिया की तहरीर पर गुमशुदगी दायर की थी। सीओ देवबंद अशोक कुमार सिसौदिया के मुताबिक पुलिस ने अफजाल के साथियों को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उनकी निशानदेही पर देवबंद-मुजफ्फरनगर हाईवे पर साईंधाम मंदिर के पास अफजाल का गड्ढे में दबा शव बरामद किया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में उस्मान, जो सभासद शहजाद का छोटा भाई है। उसके दो साथी महताब पुत्र आबिद निवासी सराय पीरजादगान और नरेंद्र सैनी पुत्र ओमप्रकाश मोहल्ला दुग्धा को पुलिस ने खानकाह चौक के पास से गिरफ्तार किया और उनकी निशानदेही पर फावडा बरामद किया।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वे शराब के आदी है और 10 जनवरी को रणखंडी फाटक पर शराब पीने के दौरान उस्मान की जेब से 10 हजार रूपए कही निकल गए तो उसे लेकर उस्मान की अफजाल उर्फ मोनू से कहासुनी हो गई और अगले दिन वे उसे बहला-फुसलाकर अपने साथ शराब पिलाने के लिए हाईवे की ओर गए। जहां उन्होंने अफजाल को खूब शराब पिलाई और शाम चार बजे के करीब नाले के बराबर में टावर के पास उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और वहीें नरेंद्र द्वारा खोदे गए गड्ढे में दबा दिया। स्कूटी को उन्होंने साखन नहर में डाल दिया।
इस मामले को लेकर पिछले 10 दिनों से नगर में जबरदस्त चर्चाएं थी। जिस सनसनीखेज तरीके से घटना का खुलासा हुआ उससे हर कोई अचंभित है। एसएसपी ने शव मिलने के कुछ घटों के दौरान ही हत्या का खुलासा करने और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए देवबंद पुलिस की सराहना की है।