प्रयागराज/नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को प्रयागराज पहुंचे। उन्होंने नैनी स्थित बायो सीएनजी प्लांट का अनावरण और फाफामऊ में स्टील ब्रिज का शुभारंभ किया। इसके बाद महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा लिया, घाटों की स्थिति देखी और गंगाजल का आचमन किया।
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सीएम योगी ने बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन के बाद मेला प्राधिकरण सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने घोषणा की कि संतों की मांग को ध्यान में रखते हुए महाकुंभ के शाही स्नान को अब “अमृत स्नान” के नाम से जाना जाएगा।
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कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने महाकुंभ की तैयारियों पर विस्तार से जानकारी दी। 200 सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है, जिनमें फ्लाईओवर भी शामिल हैं। मेला क्षेत्र में 30 पांटून ब्रिज बनाए गए हैं, जिनमें 28 पूरी तरह तैयार हैं। 2-3 किलोमीटर के अंतराल पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। 12 किलोमीटर का अस्थाई घाट तैयार है। चकर्ड प्लेट 530 किलोमीटर के दायरे में बिछाई गई है। सात हजार से अधिक संस्थाएं महाकुंभ में शामिल होंगी और 1.5 लाख से अधिक टेंट लगाए जा रहे हैं। पूरे मेला क्षेत्र में पेयजल की लाइनें बिछाई गई हैं।
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महाकुंभ 2025 में आने वाले 45 करोड़ श्रद्धालुओं में से 10-12 करोड़ श्रद्धालु ट्रेन से यात्रा करेंगे। प्रयागराज रेल मंडल ने इसके लिए विशेष तैयारियां की हैं। महाकुंभ के दौरान कुल 13,000 ट्रेनों में से 3,000 मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी।
मुख्य स्नान पर्वों (मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा) पर श्रद्धालुओं के लिए प्रयागराज जंक्शन में अलग प्रवेश और निकास मार्ग होंगे। दिशावार यात्री आश्रय स्थलों से सही प्लेटफार्म तक पहुंचाए जाएंगे। सिटी साइड के गेट नंबर पांच से अलग से प्रवेश की व्यवस्था होगी।