Saturday, November 2, 2024

अमेरिकी संसद में छाए प्रधानमंत्री, गूंज उठे मोदी-मोदी के नारे, सांसदों में लगी ऑटोग्राफ और सेल्फी लेने की होड़

वांशिगटन। अमेरिका की संसद में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पहुंचते ही मोदी-मोदी के नारे गूंजने लगे। यह दूसरा अवसर था जब प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इससे पहले पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद संयुक्त बयान जारी किया।

पीएम मोदी ने अपने अमेरिका के दौरे पर आज वहां की संसद को संबोधित किया। उनके संसद पहुंचते ही मोदी-मोदी के नारे गूंजने लगे। खासकर महिला सांसदों में खासा उत्साह देखा गया। नारों की गूंज के बीच ही स्पीकर केविन मैकार्थी ने पीएम मोदी को संसद को संबोधित करने का न्योता दिया। पीएम मोदी ने अमेरिकी संसद का अपना संबोधन नमस्कार से शुरू किया और कहा कि अमेरिकी संसद को संबोधित करना उनके लिए सम्मान की बात है।

पीएम मोदी के संबोधन से पूरी संसद तालियों से गूंज रही थी। पहली बार अमेरिकी सांसदों की तालियों से संसद तब गूंज उठा जब पीएम मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को अमेरिका और भारत से जोड़ दिया। पीएम ने कहा कि AI में ‘A’ मतलब अमेरिका तो ‘I’ मतलब इंडिया है।

अमेरिका के नेताओं में पीएम मोदी की लोकप्रियता का अंदाजा सिर्फ इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके भाषण खत्म होने के बाद अमेरिकी सांसदों के बीच पीएम का ऑटोग्राफ और उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ मच गई।

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री स्पीकर केविन मैकार्थी से बोले- मैं धैर्य, अनुनय और नीति की लड़ाई से संबंधित हो सकता हूं। मैं विचारों और विचारधारा की बहस को समझ सकता हूं। लेकिन मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप दो महान लोकतंत्रों – भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए हैं। अमेरिका की स्थापना एक समान दृष्टिकोण वाले लोगों से प्रेरित थी। अपने पूरे इतिहास में, आप दुनियाभर के लोगों को गले लगाते हैं और आपने उन्हें अमेरिकी सपने में समान भागीदार बनाया है। यहां लाखों लोग हैं जिनकी जड़ें भारत में हैं, उनमें से कुछ इस कक्ष में गर्व से बैठे हैं और एक मेरे पीछे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पीकर के साथ बैठीं उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की तरफ इशारा किया तो सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

अपने संबोधन में पीएम मोदी ने सीमा पार आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘9/11 हमले और मुंबई में 26/11 हमले के एक दशक से अधिक समय के बाद भी अभी तक कट्टरवाद और आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए एक गंभीर ख़तरा बना हुआ है। ये विचारधाराएं नई पहचान और नया रूप लेती रहती हैं लेकिन इनके इरादे वही हैं। आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और इससे निपटने में कोई किंतु-परंतु नहीं हो सकता। हमें आतंक को प्रायोजित और निर्यात करने वाली ऐसी सभी ताकतों पर काबू पाना होगा।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय विमानन कंपनियों की तरफ से बड़ी संख्या में विमानों के ऑर्डर दिए जाने की भी चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘विमान का एक ऑर्डर अमेरिका के 44 राज्यों में दस लाख से अधिक रोजगार पैदा करता है। जब कोई अमेरिकी फोन निर्माता भारत में निवेश करते हैं तो यह दोनों देशों में रोजगार और अवसरों का एक संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र बनाता है। जब भारत और अमेरिका अर्धचालकों और महत्वपूर्ण खनिजों पर एक साथ काम करते हैं तो इससे दुनिया को आपूर्ति श्रृंखलाओं को अधिक विविध और विश्वसनीय बनाने में मदद मिलती है। एक सदी तक हम रक्षा सहयोग से हम दूर रहे, अब संयुक्त राज्य अमेरिका हमारा सबसे महत्वपूर्ण रक्षा साझेदार बन गया है।’

पीएम ने कहा कि जब भारत विकास करता है तो न केवल देशवासियों का इससे फायदा होता है, बल्कि पूरे विश्व का इससे विकास होता है। अगले कुछ सालों में ही भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

पीएम ने कहा, ‘हमारा दृष्टिकोण ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ है… हम बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हमने 15 करोड़ से अधिक लोगों को आश्रय प्रदान करने के लिए लगभग 4 करोडड घर दिए हैं, जो ऑस्ट्रेलिया की जनसंख्या का लगभग 6 गुना है। हम एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा कार्यक्रम चलाते हैं जो लगभग 50 करोड़ लोगों के लिए निःशुल्क चिकित्सा उपचार सुनिश्चित करता है।’

वहीं, व्हाइट हाउस में संबोधन के बाद पीएम मोदी ने कई ट्वीट भी किए। पीएम ने अपने ट्वीट में कहा, गर्मजोशी और गरिमापूर्ण स्वागत से बहुत प्रभावित हूं। आने वाले समय में और भी गहरे संबंधों और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए तत्पर हूं। व्हाइट हाउस में भारतीय समुदाय की उत्साहपूर्ण उपस्थिति देखकर खुशी हुई। उनका समर्थन और गर्मजोशी वास्तव में उन गहरे संबंधों का प्रतीक है, जो हमारे दोनों देशों को एक साथ बांधते हैं। यह हमारे साझा मूल्यों और आपसी सम्मान का प्रमाण है।

व्हाइट हाउस में एक पत्रकार के सवाल पर पीएम मोदी ने एतराज जताया। दरअसल, पत्रकार ने जैसे ही कहा कि लोग कहते हैं कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, तो पीएम मोदी ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि आप कह रहे हैं कि लोग कहते हैं। लोग कहते हैं नहीं बल्कि भारत लोकतांत्रिक है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों के डीएनए में लोकतंत्र है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि इंडो-पैसेफिक में शांति और सुरक्षा यह हमारी साझा प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि मैं और राष्ट्रपति बाइडन एकमत हैं कि इस क्षेत्र का विकास और सफलता पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है।

पीएम ने कहा कि व्हाइट हाउस में इतनी बड़ी संख्या में भारतीय लोगों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि इंडियन-अमेरिकन हमारे संबंधों की असली ताकत हैं। अमेरिका के साथ हमारा आर्थिक संबंध तेजी से बढ़ रहा है। पिछले एक दशक में हमारे देशों के बीच व्यापार लगभग दोगुना होकर 191 अरब डॉलर से अधिक हो गया है, जिससे भारत और अमेरिका दोनों में हजारों नौकरियां पैदा हुई हैं।

मोदी ने बाइडन के साथ साझा बयान जारी करते हुए कहा कि व्यापार और निवेश में अमेरिका-भारत साझेदारी न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। आज अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। हमने व्यापार से संबंधित लंबित मुद्दों को खत्म करने और एक नई शुरुआत करने का फैसला किया है।

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,306FansLike
5,466FollowersFollow
131,499SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय