गाजियाबाद। कोलकाता रेप-मर्डर मामले को लेकर सियासत जारी है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राहुल गांधी से इस मुद्दे पर सवाल किए हैं। उन्होंने कहा, राहुल गांधी को पहले ये फैसला करना होगा कि वह संवेदनशील व्यक्ति हैं या फिर संवेदनहीन। अगर वह संवेदनशील शख्स हैं तो उन्हें कोलकाता जरूर जाना चाहिए।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने आईएएनएस से खास बातचीत में कहा, “राहुल गांधी को उन जगहों पर जरूर जाना चाहिए जहां लोगों पर अत्याचार हो रहा है। अगर रायबरेली में अपराध होगा तो वहां वे जाएंगे, लेकिन अयोध्या या कोलकाता में अपराध की घटनाएं होंगी तो वे वहां नहीं जाएंगे। बेटी बंगाल की हो या फिर उत्तर प्रदेश की, अगर किसी भी बेटी के साथ अत्याचार हुआ है तो उन्हें इंसाफ दिलाने के लिए राहुल गांधी को जाना चाहिए।” उन्होंने ममता बनर्जी और अखिलेश यादव का जिक्र करते हुए कहा, “राहुल गांधी अब तक बंगाल क्यों नहीं गए, क्या उन्हें डर है कि ममता बनर्जी उनसे नाराज हो जाएंगी? या फिर वे अयोध्या इसलिए नहीं गए, जिसने बलात्कार किया है, वो समाजवादी पार्टी का नेता है। क्या उन्हें डर है कि अखिलेश यादव उनसे नाराज हो जाएंगे। राहुल गांधी एक संवेदनशील नेता हैं और अब तो वो संवैधानिक पद पर बैठे हैं।” आचार्य प्रमोद कृष्णम ने लेटरल एंट्री विवाद पर प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा, “इस देश में जितनी भी बीमारियां हैं, उनकी जड़ कांग्रेस रही है। मैं ये बात इसलिए कह रहा हूं कि क्योंकि मैंने अपने जीवन के 30 साल से अधिक समय कांग्रेस को दिए हैं। आज की कांग्रेस तो कैंसर बन गई है। लेकिन, अब उनके पास राहुल गांधी जैसे नेता हैं जो कांग्रेस को खत्म कर देंगे। आजादी के बाद महात्मा गांधी ने यही बात कही थी। नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक जो काम कांग्रेस का कोई नेता नहीं कर पाया, उसे राहुल गांधी पूरा करेंगे।” उन्होंने कोलकाता की घटना को लेकर ममता बनर्जी पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी इस समय अपना मानसिक संतुलन खो चुकी हैं। पहला उनका वामपंथियों से झगड़ा था। लेकिन, भाजपा के बढ़ते समर्थन से ममता बनर्जी को बहुत परेशानी है। उनके सामने भगवान राम और सनातन की बात करो तो वे चिढ़ जाती हैं। उन्हें कोलकाता रेप-मर्डर मामले में जवाब देना चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा, “कोलकाता पर सुप्रीम कोर्ट ने खुद संज्ञान लिया है, लेकिन ममता बनर्जी खुद धरना देकर नौटंकी कर रही हैं। विपक्ष क्यों शांत है, उनके नेता विपक्ष क्या कोलकाता जाएंगे।”