अलवर-हरियाणा में नूंह के दंगों के बाद सामाजिक सौहार्द और भाईचारा बनाए रखने के लिए सर्व धर्मों के किसान और आमजन बडौदामेव के शीतल में हुई महापंचायत में पहुंचे। यह महापंचायत संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आयोजित की गई. इसमें राजस्थान, हरियाणा, पंजाब व यूपी के किसान व आमजन पहुंचे.
राकेश टिकैत ने कहा कि धार्मिक यात्राएं यदि परम्परागत तरीके से निकलती हैं तो किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिये। लेकिन जब यह यात्राएं किसी उदेश्य को लेकर निकलती हैं तो सरकार को अवश्य ही संज्ञान लेना चाहिये।
उन्होंने कहा कि संविधान में सभी को अधिकार मिले हैं कि वह कहीं भी पूजा करें। जबकि कई लोग गलत तरीके से झगड़ा-फसाद आदि करवाकर धर्म व जाति के नाम आपस में लडवाने का काम करते हैं, हमें ऐसे लोगों से बचना चाहिये। उन्होंने बताया कि कल मेवात में एक बड़ी पंचायत थी, जिसका विषय था कि नूंह में गलत तरीके से यात्रा निकाली जानी है। उन्होंने कहा कि यदि गलत उदेश्य को लेकर देश में यात्राएं निकाली जाती है, तो उनके द्वारा भी ट्रैक्टर यात्राएं निकाली जाएगी।
उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का इस बात के लिए आभार जताया कि नूंह में 28 अगस्त को कुछ हिंदू संगठनों की ओर से दोबारा ब्रजमंडल यात्रा निकालने के ऐलान के बाद उन्होंने तुरंत प्रशासनिक तंत्र को एक्टिव किया। उन्होंने कहा कि लोग शांति चाहते है, लेकिन पार्टियों का मकसद है कि झगड़े करवाए जाएं ताकि वोट बैंक में इजाफा हो।
इस महा पंचायत में पूर्व राजयपाल डॉ. सत्यपाल मलिक, गुरनाम सिंह चढूनी किसान नेता राकेश टिकैत, डॉ दर्शनपाल, मौलाना अरशद, राजाराम मील, रामलखन मीणा, पूनम पंडित, समय सिंह यादव, जितेंद्र मीणा सहित हर्ष छिकारा मौजूद थे.