अयोध्या। श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद उनकी जन्मभूमि पर अब राम नवमी को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। जमीन से लेकर आसमान और पानी तक में सुरक्षा और सुविधाओं का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर खुद मुख्य सचिव और डीजीपी अयोध्या में आगामी 17 अप्रैल को होने वाले आयोजन की तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के अयोध्या आने और पवित्र सरयू नदी में स्नान किये जाने की संभावना को ध्यान में रखते हुए सरकार तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गई है। स्नान के दौरान अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने व्यापक प्रबन्ध किए हैं। सरयू नदी में अब और छह फाइबर मोटर बोट्स चलाने का निर्णय लिया गया है। पहले 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के दौरान नदी में चार मोटर बोट तैनात की गई थी।
चैत्र शुक्ल नवमी (राम नवमी) पर मोक्ष की कामना को लेकर अयोध्या में दर्शन पूजन और सरयू स्नान के लिए देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु आने वाले हैं। इस बार श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह पहली राम नवमी है। ऐसे मे अयोध्या में अपार भीड़ जुटने की संभावना है। जल पुलिस प्रभारी रूबे प्रताप मौर्या ने बताया कि भीड़ जैसे-जैसे बढ़ेगी वैसे-वैसे बोट्स की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
लोगों को यह सुझाव भी दिया गया है कि नदी मे स्नान के दौरान सतर्क रहें, साथ ही हिदायतों का पालन करें। प्रशासन ने नदी में बैरिकेडिंग भी करवाई है, जिसे कोई भी पार नहीं कर सकेगा। मोटर बोट चलाने वाले कांस्टेबल नित्यानंद ने भी बताया कि इसकी स्पीड काफी अच्छी है, जिससे किसी भी अप्रिय घटना की स्थिति में तत्काल रिस्पॉन्स देने में मदद मिलती है। यह बोट छह सीटर है।