महाकुंभनगर। गाजियाबाद के शिव शक्ति धाम डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने सोमवार को कहा कि लव जिहाद के समूल विनाश के बारे में धर्म गुरूओं को गंभीरता से चर्चा करनी होगी।
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यति नरसिंहानंद सरस्वती ने झूंसी में संवाददाताओं से कहा कि इस्लामिक लव जिहाद को नष्ट करने के लिए धर्म गुरूओं को इस पर गंभीरता से चर्चा करनी होगी। अगर सनातन धर्म नही बचा तो हिन्दू कहां जाएगा और उसके मठ और मंदिरों का क्या हस्र होगा, सभी जानते हैं।
उन्होंने संत समाज से आग्रह किया कि वह महाकुंभ को एक चिंतन का केन्द्र बनाए न कि वैभव प्रदर्शन का। संत समाज से इसके लिए कोई ठोस आवाज नहीं आ रही है। बांगलादेश में हिन्दू अल्पसंख्यकों के साथ जो हुआ उसके विरोध में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आज हम नहीं जागे तो कल हमारे लिए भी कोई खडा नहीं होगा।
महंत ने कहा कि इस्लाम का लव जिहाद संपूर्ण विश्व को किस ओर ले जा रहा है इस पर गंभीरता से विचार करना होगा। दुनिया को इस्लामिक जेहाद से मुक्त कराने का कार्य सनातन धर्म के धर्म गुरूओं को करना चाहिए। इस बारे में 25 जनवरी को धर्म संवाद मेला के जूना अखाड़े में चर्चा होगी।
उन्होंने कहा कि इस्लामिक जेहाद को कुचलना आवश्यक है। संत समाज अगर इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो बांग्लादेश से हजार गुना नरसंहार भारत में प्रायोजित होगा।