गाजियाबाद। सरकारी नौकरी से सेवानिवृत इंजीनियर के बिगड़ैल बेटे ने दो ट्रेनी दारोगाओं के द्वारा पूछताछ का प्रयास किए जाने पर चीता मोबाइल(पुलिस की बाइक)को रौंद दिया।
हालांकि इस दौरान दोनों दारोगा बाल-बाल बच गए। कार सवार युवक चीता मोबाइल को तब तक घसीटता चला गया जब तक उसमें आग नहीं लग गई। ट्रेनी दारोगाओं की गलती बस इतनी थी कि उन्होंने देर रात सड़क किनारे खड़ी कार को देखकर चालक से पूछताछ करने की कोशिश की। आरोपी ग्रेटर नोएडा में लॉ की पढ़ाई कर रहा है।
देहरादून से वैशाली आए कार सवार बेटे को पुलिस की पूछताछ नागवार गुजरी और उसने कार पुलिस की चीता मोबाइल को घसीटते हुए कार दौड़ा दी। दोनों दारोगा कार के पीछे दौड़ते रहे और करीब दो सौ मीटर तक घसीटे जाने के बाद पुलिस की चीता मोबाइल जल उठी। इतने में कार सवार दो युवक उतरे और चीता मोबाइल को अलग कर कार में बैठकर फरार हो गए। पुलिस ने बाद में कार चालक प्रधुंन घिल्डियाल पुत्र मधुसुधन घिल्डियाल निवासी, पैरामाउन्ट गोल्फ स्टेट, थाना सूरजपुर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मूलरूप से शान्तिविहार, अजबपुर वाला, देहरादून का रहने वाला है और ग्रेटर नोएडा में रहकर लॉ की पढ़ाई करता है।
रात का करीब एक बजे होगा। वैशाली सेक्टर- एक की लालबत्ती के पास डाबर से यूपी गेट की ओर से जाने वाली सड़क पर संदिग्ध अवस्था में कार (यूके 07एफए 7007) खड़ी देख गश्त पर निकले ट्रेनी दारोगा सन्नी कुमार और सुमित चीता मोबाइल कार के पास पहुंचे और कार चालक से पूछताछ का प्रयास किया। इस दौरान उन्होंने चीता मोबाइल सड़क किनारे खड़ी कर दी थी। पुलिस को देख दौड़ा दी कार चालक ने पुलिस को देख कार दौड़ा दी, जो चीता मोबाइल से टकराई।
चीता मोबाइल कार में फंस गई लेकिन चालक ने कार नहीं रोकी और करीब दो सौ मीटर तक घसीटते कार यूपी गेट की ओर दौड़ती चली गई। सड़क पर रगड़ लगने के बाद हुई स्पार्किंग से बाइक में आग लग गई। तब जाकर चालक कार से उतरा और बाइक को साइड करने के बाद कार को दौड़ाता हुआ फरार हो गया।