नई दिल्ली – कनाडा में एक मंदिर पर हुए हमले के विरोध में निकाले गए हिंदू-सिख संगठन के सदस्यों के मार्च के मद्देनजर यहां चाणक्यपुरी इलाके में कनाडाई उच्चायोग के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कई सिख प्रदर्शनकारियों ने कनाडा के ब्रैम्पटन में एक मंदिर के अंदर हुई हिंसा के खिलाफ अवरोधकों पर चढ़कर नारे लगाए।
यह प्रदर्शन ‘हिंदू सिख ग्लोबल फोरम’ के बैनर तले आयोजित किया गया। ‘हिंदू सिख ग्लोबल फोरम’ ने दावा किया कि प्रदर्शन में 1,200 से अधिक सिखों ने भाग लिया, जिनमें 300 महिलाएं भी थीं। दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारियों से अवरोधकों के पीछे रहने की अपील करती नजर आई।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने विरोध मार्च के आह्वान के बाद कनाडा के उच्चायोग के बाहर अतिरिक्त बल तैनात किए हैं और अवरोधक लगाए हैं। किसी को भी कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।’’ संगठन ने कहा कि उसने कनाडाई दूतावास को एक ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ तत्काल जांच और कार्रवाई की मांग की है।
उसने एक बयान में कहा, ‘‘सिख समुदाय हमेशा से मंदिर निर्माण में योगदान देता रहा है और हिंदुओं एवं सिखों को बांटने के लिए समुदाय के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। इसे समुदाय कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।’’ खालिस्तानी झंडे लेकर आए प्रदर्शनकारियों ने तीन नवंबर को ब्रैम्पटन में एक हिंदू मंदिर में लोगों के साथ हिंसा की थी। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और भारत सरकार ने इस घटना की निंदा की।