शामली: बल्लामाजरा गांव में खेत पर किए एक किसान की लहूलुहान लाश मिलने से सनसनी फैल गई। किसान की गर्दन पर धारदार हथियार से हमला कर उसकी हत्या की गई थी। पुलिस ने शक की बिनाह पर मृतक के 17 साल के बेटे को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, क्योंकि पुलिस ने उसके कपड़े व हाथ खून से सने होने का दावा किया है।
मंगलवार की दोपहर झिंझाना थाने की चौसाना पुलिस चौकी क्षेत्र के गांव बल्ला माजरा निवासी 55 वर्षीय फजलू रहमान पुत्र सफी अपने खेतों पर गया था, जिसका लहूलुहान और क्षत विक्षित शव खेत के पास ही पड़ा मिला। ग्रामीणों की सूचना पर स्थानीय पुलिस के साथ—साथ एसपी अभिषेक और एएसपी संतोष कुमार भी पुलिस टीमों के साथ मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया और जांच पड़ताल के दौरान मृतक का सिर पड़ौसी किसान हाजी इदरीश के खेत से कपड़ों में लिपटा हुआ बरामद हुआ। उधर, जब पुलिस घटनास्थल पर जांच पड़ताल के बाद मृतक के शव को कब्जे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज रही थी, तभी मृतक पक्ष के लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया, क्योंकि पुलिस द्वारा जांच पड़ताल के बाद हत्या के शक में मृतक के बेटे को ही हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इस पर मृतक पक्ष ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने और कानूनी कार्रवाई से इंकार करते हुए हंगामा काटा और शव को जबरन पुलिस वाहन से नीचे उतारने की भी कोशिश की। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को खदेड़ते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
खून से सने मिले बेटे के कपड़े और हाथ
पुलिस के मुताबिक जब घटनास्थल की जांच पड़ताल की गई, तो उसी दौरान पुलिस की नजरें मृतक के 17 वर्षीय बेटे पर भी पड़ी, जिसके कपड़ों और हाथ के नाखूनों पर खून लगा हुआ था। पुलिस ने एक फावड़ा भी बरामद किया, जिससे संभवत: हमला कर किसान की हत्या की गई है। एसपी शामली अभिषेक ने बताया कि पुलिस ने मृतक के बेटे को शक की बिनाह पर हिरासत में लिया है, जिससे अभी पूछताछ की जा रही है। एसपी ने बताया कि शव को पंचनामा भरते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और फोरेंसिक यूनिट ने भी घटनास्थल से साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की है।
मानसिक बीमार बताया जा रहा बेटा
ग्रामीणों के मुताबिक फजलू रहमान के तीन बेटे और चार बेटियां हैं। पुलिस ने मृतक के जिस बेटे को शक की बिनाह पर हिरासत में लिया है, वह मानसिक रूप से बीमार बताया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि मानसिक रूप से बीमार मृतक के बेटे का हरियाणा में उपचार चल रहा था और तीन दिन पहले परिवार के लोग जब उसे उपचार के लिए ले जा रहे थे, तो वह गाडी से उतकर वापस भाग आया था। फिलहाल पुलिस जांच पड़ताल में जुटते हुए हत्या की वारदात और उसके कारणों से पर्दा उठाने की कोशिशों में जुटी हुई है।
मेहनत कर चला रहा था परिवार
ग्रामीणों ने बताया कि फजलू रहमान चार बीघा जमीन का मालिक था और गांव की मस्जिद का हाफिज भी था। वह मेहनत कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था और ग्रामीण उसकी शांत और सीधी प्रवृत्ति से प्रभावित थे। फजलू की मौत से जहां परिवार में मातम फैला हुआ है, तो वहीं गांव के लोग भी शोक में डूबे हुए हैं।