Saturday, May 18, 2024

शाह ने किया सहकारी निर्यात गृह का उद्घाटन, किसानों और व्यापारियों को होगा लाभ

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करनाल- केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने हरियाणा से चावल और अन्य कृषि उत्पादों का व्यवस्थित तरीके से निर्यात तथा व्यापारियों का सहयोग करने हेतु राज्य सरकार द्वारा स्थापित सहकारिता निर्यात प्रतिष्ठान (को-ऑपरेटिव एक्सपोर्ट हाउस) का मंगलवार को यहां उद्घाटन किया।

श्री शाह के साथ इस मौके पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर भी उपस्थित थे। इस एक्सपोर्ट हाउस से व्यापारियों के साथ किसानों को भी बड़ा लाभ होगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हरियाणा में राष्ट्रीय सहकारिता नीति के क्रियान्वयन एवं सहकारिता विभाग की विभिन्न परियोजनाओं के शुभारम्भ से सहकारिता विभाग नई उंचाइयां छुएगा। चावल निर्यात के साथ हस्तकला को भी विश्व के बाजारों में बेचने के अवसर मिलेगें। उन्होंने कहा कि इस प्रतिष्ठान में निर्यात करने वाले किसानों को केवल उत्पाद लेकर आना है। जांच समेत अन्य सभी व्यवस्थाएं को-ऑपरेटिव हाउस में होंगी। किसानों की आमदनी बढ़ाने में यह प्रतिष्ठान बड़ी भूमिका निभाएगा।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लिए गए निर्णयों को हरियाणा सरकार ने तुरंत लागू कर पैक्स को मजबूत करने का कार्य किया है। अब पैक्स के माध्यम से सीएससी, एफपीओ, हर घर नल से जल, गैस एजेंसी, सस्ते अनाज की दूकानें, गांवों में लाईट ठीक करने और स्वच्छता जैसे 20 प्रकार से कार्य किये जाएंगे। उन्होंने खट्टर सरकार की मुक्त कंठ से न केवल सराहना की बल्कि विस्तार से सरकार की उप‌लब्धियों को भी गिनाया। तमाम विरोधों के बावजूद मुख्यमंत्री द्वारा पढ़ी-लिखी पंचायतों का चयन आज देश में अपनी तरह का अनूठा उदाहरण है। हरियाणा देश का सम्पूर्ण रूप से पढ़ी लिखी पंचायतों वाला सबसे पहला और एकमात्र प्रदेश बन गया है।

श्री शाह ने कहा कि केंद्र सरकार व्यापार घाटा कम करने, निर्यात बढ़ाने और आयात पर निर्भरता कम करने पर जोर दे रही है। हरियाणा सरकार भी कृषि उत्पादों के निर्यात पर विशेष बल दे रही है, जिससे दीर्घकाल में रोजगार के अवसर सृजित करने और देश में विदेशी मुद्रा लाने के अलावा कृषि क्षेत्र भी मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र के साथ राज्य सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप हैफेड ने 2021 में खाद्यान्न के निर्यात में प्रवेश करने की परिकल्पना की थी। हैफेड 95 मिलियन अमेरिकी डॉलर (75 करोड़ रुपये) मूल्य के 5000 टन और 4,000 टन बासमती चावल के दो निर्यात ऑर्डर हासिल करने में सफल रहा।

श्री शाह ने भूमिहीन दुग्ध उत्पादकों को पशुचारा, वेक्सीनेशन तथा पशुचिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु हरियाणा में सांझी डेयरी योजना की भी शुरूआत की। इससे गांवों में गोबर गैस से खाद और अन्य उपकरण बनने से स्वच्छ वातावरण होने के साथ गांवों का समग्र विकास होगा।

उन्होंने इंटरनेट रेडियो-सहकारिता वाणी-का विमोचन भी किया। इससे किसानों तथा सहकारी संस्थाओं को समय समय पर खेती, पशु प्रजनन, एफपीओ तथा दूध की गुणवता में सुधार और विपणन की गुणवता और देश में प्रचलित दरों इत्यादि की प्रमुख वैज्ञानिक जानकारी मिलती रहेगी। इस मोबाईल एप के माध्यम से किसानों को दोहरा लाभ मिलेगा।

उन्होंने पानीपत के डाहर में सहकारी चीनी मिल में लगने वाले एथनोल प्लांट का भी शिलान्यास किया। इसके लगने से चीनी मिलों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। प्लांट पर लगभग 150 करोड़ रुपये की लागत आएगी और 90 केएलडीपी क्षमता इथेनाल का उत्पादन होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल में एथनोल मिलाने का लक्ष्य 2025 तक 10 से बढाकर 20 प्रतिशत करने का रखा है। इसके उत्पादन निर्यात बढेगा और पर्यावरण की सुरक्षा होगी।

श्री शाह ने रेवाड़ी के बिदवास गांव में सहकारी दुग्ध प्लांट का भी शिलान्यास किया। इससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में दूध की जरूरतें पूरी होंगी और दुग्ध उत्पादकों की आमदनी में भी बढ़ौतरी होगी। प्लांट पर लगभग 200 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इससे प्रतिदिन पांच लाख लीटर दूध का उत्पादन हो सकेगा। उन्होंने राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम की ओर से हरियाणा की सहकारी संस्थाओं के लिए दस हजार करोड़ रुपए का स्वीकृति पत्र भी प्रदान किया। इससे समितियों को कम ब्याज पर ऋण मिलेगा।

समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री खट्टर ने कहा कि सहकारिता के क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री और सहकारिता मंत्री के मार्गदर्शन में हरियाणा सहकारिता के क्षेत्र में तेज गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के अंतर्गत सांझा डेयरी व पीएसयु निर्यात को बढ़ावा देने जैसी अनेक योजनाओं की सौगात भी राज्य के लिए कारगर साबित होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सहकारिता को आगे बढ़ाने के लिए राज्य में 11 सहकारी चीनी मिलें है। किसानों को गन्ने का मूल्य 372 रुपए दिया जा रहा है। दुग्ध उत्पादन के लिए 6 मिल्क प्लांट लगे हैं और 7वें मिल्क प्लांट का आज लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा ने इस वर्ष 2 लाख 15 हजार करोड़ रुपए का निर्यात किया है और अगले वर्ष 2 लाख 50 हजार करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के लक्ष्य के अनुरूप देश को 2025 तक विदेशी मुद्रा के नाते आमदनी की आर्थिक स्थिति 5 ट्रिलीयन अमेरिकन डालर बनाने में हरियाणा का महत्वपूर्ण योगदान होगा।

इस अवसर पर राज्य के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल, गृह मंत्री अनिल विज, राज्य सभा सांसद कृष्ण लाल पंवार, विधायक एवं अध्यक्ष शुगरफेड रामकरण, अध्यक्ष हैफेड कैलाश भगत, अध्यक्ष हरियाणा डेयरी प्रसंघ रणधीर सिंह, अध्यक्ष हरको बैंक हुकम सिंह भाटी, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी एस ढेसी, सहकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, हैफेड के प्रबंध निदेशक ए. श्रीनिवास और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

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