बलिया – उत्तर प्रदेश विधान सभा में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के नेता व रसड़ा विधानसभा से विधायक उमा शंकर सिंह ने रविवार को साफ किया कि अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन अभी पार्टी में ही हैं । वह पार्टी से निकाली नहीं गई हैं। उन्होंने कहा कि दोष सिद्ध होने पर शाइस्ता को पार्टी से निकाल दिया जायेगा।
रविवार को बसपा उम्मीदवार के नामांकन से इतर संवाददाताओं से बातचीत में रसड़ा विधायक ने कहा “ अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन पार्टी में हैं। पार्टी से निकाली नहीं गई हैं। वह पार्टी में किसी पद पर नहीं हैं । अगर दोष सिद्ध हो जायेगा तो उन्हें पार्टी से निकाल देंगे । अभी दोष ही नहीं सिद्ध हुआ है। उनके प्रति पार्टी की सहानुभूति है।”
सपा द्वारा बसपा को भाजपा की बी टीम कहे जाने पर पलटवार करते हुए उमाशंकर सिंह ने कहा कि “ अखिलेश यादव के पास बसपा को बदनाम करने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है । भाजपा की वर्ष 2017 में जब सरकार आई तो उस समय भाजपा ने अखिलेश यादव द्वारा कराए गए बड़े महत्वपूर्ण कार्यों की जांच प्रमुख जांच एजेंसी सीबीआई व ईडी को सौंपी । जांच एजेंसी ने उसी समय आजम खां के कुछ काम की जांच भी शुरू की।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की बी टीम कौन है, इसका खुलासा इसी से हो जाता है कि जांच एजेंसी ने अखिलेश यादव के किसी कार्य की जांच के मामले में एक पर्चा भी नही काटा है। छह साल में एक पर्चा नही कटा है । अखिलेश यादव का शुरू से टार्गेट आजम खां को नेस्तनाबूद करने का था।अखिलेश यादव ने आजम खां को नेस्तनाबूद करा दिया ।
उन्होंने कहा कि आखिर सभी जांच एजेंसी अखिलेश यादव के कार्यों की जांच में शिथिल क्यों पड़ी हुई है । जिस केस में राम गोपाल यादव के पूरे परिवार का नाम है। उस केस में यादव सिंह को लंबे समय तक जेल काटना पड़ा है। आज तक राम गोपाल यादव के पूरे परिवार से पूछताछ भी नही हो रही है।