नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है, जिसके कारण लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 318 दर्ज किया गया है, जबकि नोएडा और गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई है। शनिवार को लगातार छठा दिन है, जब दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है।
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के सबसे प्रदूषित क्षेत्रों में से एक आनंद विहार में शनिवार सुबह 8 बजे के आसपास एक्यूआई 505 दर्ज किया गया है। जो दिल्ली की खराब हो रही पर्यावरण परिस्थितियों के लिए भी एक गंभीर संकेत है। इतना ही नहीं, जहरीली हवा सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पड़ोसी शहर भी खतरनाक प्रदूषण स्तर से जूझ रहे हैं। शनिवार की सुबह उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक्यूआई 267, ग्रेटर नोएडा में 286 और गाजियाबाद में 250 दर्ज किया गया है। इसके अलावा हरियाणा के गुरुग्राम का एक्यूआई 284 रहा है। हालांकि, नोएडा के सेक्टर 125 का एक्यूआई 184 दर्ज किया गया, जो ‘मध्यम’ से ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
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हालांकि, दिल्ली-एनसीआर की तुलना में काफी बेहतर है। दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे प्रदूषण का असर और बढ़ गया है। शुक्रवार की सुबह तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। शुक्रवार का दिन इस सर्दी का अब तक का सबसे ठंडा दिन था। इस बीच, प्रदूषण के खतरनाक स्तर से निपटने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है कि स्कूलों को छोड़कर सभी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान ग्रैप-4 उपाय 2 दिसंबर तक प्रभावी रहेंगे।