लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मंगलवार को छह आईपीएस अधिकारियों का तबादला हुआ है। आगरा के पुलिस कमिश्नर डा. प्रीतिंदर सिंह को हटाते हुए पुलिस मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया है। उनकी जगह पर गोरखपुर के पुलिस महानिरीक्षक जे. रवीन्द्र गौड़ को आगरा का पुलिस कमिश्नर बनाया है। आगरा में एक गरीब की ज़मीन पर पुलिस की मिलीभगत से हुए कब्जे की बीजेपी सांसद द्वारा शिकायत के कारण पुलिस कमिश्नर पर गाज गिरने की चर्चा है।
मंगलवार को किये गए तबादलों में चन्द्र प्रकाश द्वितीय को पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज से हटाते हुए पुलिस महानिरीक्षक अभिसूचना में नवीन तैनाती दी गई है। प्रेम कुमार गौतम को पुलिस मुख्यालाय से पुलिस महानिरीक्षक प्रयागराज बनाया गया है।
सुरेश राव ए. कुलकर्णी को अपर पुलिस आयुक्त, पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर से स्थानांतरण करते हुए पुलिस उपमहानिरीक्षक, गोरखपुर के पद पर तैनात किया गया है। शिवहरि मीना को पुलिस उप महानिरीक्षक उप्र कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवायें को पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में अपर पुलिस आयुक्त बनाया गया है।
बताया जाता है कि ताजनगरी आगरा में करोड़ों की जमीन पर जबरन कब्जा कराने में पुलिस की भूमिका सामने आने के बाद शासन ने सख्त एक्शन लिया है। बताया जा रहा है कि इसी मामले में आगरा के कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह को लखनऊ मुख्यालय से अटैच किया गया है। आगरा में करोड़ों की जमीन पर जबरन कब्जा करने का मामला सामने आने के बाद कमिश्नर का लखनऊ ट्रांसफर योगी की सख्त कार्रवाई से जोड़कर देखा जा रहा है।
दरअसल, पिछले दिनों आगरा के जगदीशपुरा थानाक्षेत्र में करोड़ों की जमीन पर जबरन कब्जा करने का मामला सामने आया था। इस मामले की पैरवी फतेहपुर सीकरी के सांसद राजकुमार चाहर कर रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले में निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी। इसके अलावा थाना जगदीशपुरा के तत्कालीन एसएचओ जितेंद्र कुमार समेत बिल्डर कमल चौधरी, धीरू चौधरी समेत 18 अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था। जगदीशपुरा थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी इंस्पेक्टर और बिल्डर फरार हैं। कहा जा रहा है कि इसी मामले में आगरा पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह हटाए गए हैं।
बताया जाता है कि दरोगा जितेंद्र कुमार पर पहले भी कई गंभीर आरोप लग चुके थे, इसके बावजूद भी कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह ने उसे जगदीशपुरा थाने का प्रभारी बना दिया था। इस पर सांसद और बीजेपी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने सवाल खड़े करते हुए मुख्यमंत्री तक मामले की शिकायत की थी। पीड़ित परिवार ने योगी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। फिलहाल इस मामले में पुलिस अधिकारी कोई भी बयान देने से बच रहे हैं, लेकिन आगरा पुलिस कमिश्नर प्रीतिंदर सिंह का तबादला इसी मामले से जोड़कर देखा जा रहा है।