गाजियाबाद। झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से हालत बिगड़ने के बाद छह महीने की बच्ची की मौत हो गई है। इससे पहले 29 नवंबर को इसी झोलाछाप के इलाज से ठेकेदार की मौत हो गई थी। ठेकेदार के परिजनों ने खोड़ा थाने में झोलाछाप के खिलाफ शिकायत की है, उसके बाद से वह दुकान बंद कर फरार है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं बता रही है।
सीएमओ स्तर से झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई और निगरानी के लिए दो नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। लेकिन दोनों नोडल की कार्रवाई नोटिस देने और उसके निस्तारण तक ही सीमित रहती है। एमएमजी अस्पताल में 6 माह की बच्ची को मृत अवस्था में लाया गया था। कैला खेड़ा के चमन कॉलोनी में रहने वाली बच्ची जन्नत को बुखार होने पर घर के पास में ही झोलाछाप से दवाई ली थी।
परिजनों का आरोप है कि झोलाछाप ने बच्ची को काफी दिनों तक गलत दवा दी। आराम नहीं होने पर उसकी स्थिति दिन-प्रतिदिन गंभीर होती गई और बाद में मौत हो गई। परिजनों ने झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।