सौंदर्य के उपचार में फलों का इस्तेमाल हमारे देश में सदियों से घरेलू औषधि के रूप में होता आ रहा है। फलों का रस, छिलका, गूदा, बीज सभी किसी न किसी प्रकार से त्वचा के सौंदर्य को बढ़ाने, निखारने और स्वस्थ बनाने में योगदान देते हैं। फलों का इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधन के रूप में भी अवश्य करें क्योंकि इसके साइड इफेक्ट्स का सवाल ही नहीं उठता। यह हमारी त्वचा की आंतरिक जरूरतों को पूरा करता है।
सेब: त्वचा के उपचार के लिए सेब लाभकारी माने जाते हैं। यह तैलीय त्वचा को नियंत्रित करता है और अम्लीय त्वचा को भी निखारता है।
पपीता: पपीते का गूदा एंजाइम से भरपूर होता है, जिससे त्वचा में मृत कोशिकाओं को हटाने में काफी मदद मिलती है। गूदे के लेप को त्वचा पर आधा घंटे तक लगाए रखें। बाद में त्वचा को धोने से वह अधिक साफ और चमकदार नजर आती है।
केला: यह त्वचा की मृदुलता को बनाए रखता है और त्वचा के लिए पोषण का काम करता है।
संतरा: त्वचा का रंग साफ करने और उसे पुनर्जीवित करने में संतरे के छिलके का लेप बहुत उपयोगी है।
अंगूर: इसके गूदे को त्वचा पर लगाने से त्वचा में निखार आता है।
तरबूज: सांवली त्वचा को निखारने के लिए तरबूज काफी लाभकारी माना जाता है। इसका गूदा नरम और सूखी त्वचा को लाभ पहुंचाता है।
आंवला: आंवले के रस में विटामिन ‘सी’ होता है जिससे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और स्वास्थ्य भी ठीक रहता है।
आलू: आलू का पेस्ट त्वचा की झाइयां और धब्बों को मिटाने में सहायता करता है। यह त्वचा की सफाई भी करता है।
टमाटर: कांतिहीन त्वचा को नियंत्रित कर उसकी कांति को बनाए रखता है।
गाजर: गर्म पानी ठंडा कर उसमें गाजर का पेस्ट बना कर लगाएं। यह भद्दी-सूखी त्वचा को नरम बनाकर उसमें चमक पैदा करता है।