शामली। उत्तर प्रदेश के जनपद शामली की कलेक्ट्रेट पहुंचे दर्जनों सपाइयों ने प्रदेश सरकार पर सरकारी तंत्रों द्वारा व्यापारियों का शोषण करने व व्यापारियों पर फर्जी मुकदमे दर्ज कर उनका उत्पीड़न किए जाने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। जिसके बाद सपाइयों ने राज्यपाल के नाम जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। समाजवादी पार्टी के लोगों ने व्यापारियों का उत्पीड़न रोके जाने की मांग की है साथ ही मांग पूरी न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।
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सोमवार को समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों के साथ दर्जनों कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहाँ उन्होंने राज्यपाल के नाम जिला अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में अवगत कराया गया है, कि उत्तर प्रदेश में सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। जहा आए दिन कानून का भय दिखाकर भोलेभाले व्यापारियों का आर्थिक शोषण किया का रहा है।
उत्तर प्रदेश में राज्य कर विभाग, बाट माप , श्रम विभाग और खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियो और कर्मचारियों द्वारा ऑनलाइन ऑनलाइन मार्केटिंग से पहले से बरबाद हो चुके व्यापारियों का जांच के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है और व्यापारियों के बैंक खाते तक सीज किए जा रहे है।सरकारी विभागों की इस दमनकारी नीति के चलते व्यापारी के हालात बद से बदतर हो चले है। जिसके चलते व्यापारियों के मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है। लेकिन समाजवादी पार्टी हमेशा से प्रदेश के हर वर्ग की लड़ाई लड़ती आ रही है और व्यापारियों के अधिकारों को लेकर भी व्यपरियो के साथ खड़ी है।
सपाइयों का कहना है कि समाजवादी पार्टी व्यापारियों का उत्पीड़न और आर्थिक शोषण बिल्कुल भी बर्दास्त नही करेगी चाहे इसके लिए उन्हें कुछ भी करना पड़े।समाजवादी पार्टी के नेताओ का ने ज्ञापन के माध्यम से राज्यपाल से प्रदेश के व्यापारियों का उत्पीड़न रोके जाने की मांग की है और मांग पूरी न होने पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की अगुवाई में बड़ा आंदोलन किए जाने की चेतवानी दी है।