शामली। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आहवान पर विद्युत कर्मियों का लगातार तीसरे दिन भी कार्य बहिष्कार कर धरना प्रदर्शन जारी रहा। गुरूवार रात्रि 10 बजे से विद्युतकर्मियों की 72 घंटों की हडताल शुरू हो गई, जिससे आम जनमानस को परेशानियों का सामना करना पड सकता है।
उन्होने चेतावनी दी कि इस दौरान किसी भी बिजली कर्मी को गिरफ्तार किया गया तो अनिश्चितकालीन हड़ताल और जेल भरो आन्दोलन किया जायेगा।
ऊर्जा मंत्री के साथ हुए समझौते के क्रियान्वयन के प्रति ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के नकारात्मक एवं हठवादी रवैये के चलते बिजलीकर्मियों ने गुरूवार रात 10 बजे से 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल की घोषणा कर दी है। दिनभर विद्युतकर्मी अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरने पर बैठे रहे, लेकिन कोई समाधान नही निकला।
उन्होने कहा कि नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ इलेक्ट्रीसिटी इम्प्लॉइज एंड इंजीनियर्स (एनसीसीओईईई) के आह्वान पर बिजलीकर्मियों की हड़ताल के समर्थन में देश के सभी प्रान्तों में लाखों बिजलीकर्मी सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
एनसीसीओईईई के राष्ट्रीय पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शांतिपूर्ण ढंग से आन्दोलन कर रहे यूपी के बिजलीकर्मियों का किसी भी प्रकार से उत्पीडन किया गया तो देश के अन्य प्रांतों के 27 लाख बिजलीकर्मी मूकदर्शक नहीं रहेंगें और ऐसे किसी भी दमनकारी कदम का देशभर में सशक्त प्रतिकार किया जायेगा।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने एक बार पुनः दोहराया है कि ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन की हठवादिता के चलते बिजलीकर्मियों को हड़ताल पर जाने हेतु बाध्य होना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त बिजलीकर्मियों की मांग है कि प्रदेश के सबसे सस्ती बिजली उपलब्ध कराने वाले विद्युत उत्पादन निगम को ओबरा एवं अनपरा में 800-800 मेगा वाट की 2-2 इकाईयां प्रदान किया जाना मुख्य मांग हैं।
इस अवसर पर रविन्द्र प्रकाश, विनोद कुमार, उदय प्रताप, रोबिन सिंह, राजीव कुमार, अर्जुन सिंह, अनिल कुमार सिंह, निशान्त त्यागी, सौरभ कुमार, भूषण प्रधान, संदीप कुमार, अजय कुमार, सुनील कुमार, अनिल पटेल, धीरज कुमार, राकेश कुमार, कुलदीप शर्मा, अमित राठी, तरूण कुमार, शिवकुमार आदि मौजूद रहे।