नई दिल्ली। देश के 76वें गणतंत्र दिवस परेड में इस बार भारतीय सैन्य ताकत, सांस्कृतिक विविधता और स्वदेशी उपलब्धियों का भव्य प्रदर्शन होगा। परेड की मुख्य आकर्षण ‘प्रलय’ मिसाइल और ‘पिनाका’ रॉकेट सिस्टम होंगे, जो पहली बार परेड का हिस्सा बन रहे हैं। इस आयोजन में 8 लाख से अधिक लोग शामिल होंगे, जिनमें 10,000 विशेष अतिथि होंगे।
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‘प्रलय’ मिसाइल भारत द्वारा निर्मित सतह से सतह पर वार करने वाली अत्याधुनिक प्रणाली है। इसकी रेंज 500 किलोमीटर है और यह दुश्मन के उच्च-मूल्य लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है। इस मिसाइल को विशेष रूप से चीन सीमा पर तैनात किया गया है ताकि किसी भी आक्रमणकारी गतिविधि का त्वरित और प्रभावी जवाब दिया जा सके। इसकी उच्च क्षमता भारत की सुरक्षा को सुदृढ़ बनाती है और यह भविष्य के युद्धों में गेमचेंजर साबित हो सकती है।
स्वदेशी ‘पिनाका’ मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम भारतीय सेना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह त्वरित और सटीक हमलों के लिए डिज़ाइन किया गया है और दुश्मन के ठिकानों को नेस्तनाबूद करने में सक्षम है।
इस साल गणतंत्र दिवस परेड में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो मुख्य अतिथि होंगे। इंडोनेशिया की 160 सदस्यीय सैन्य टुकड़ी और 190 सदस्यीय बैंड भी परेड में हिस्सा लेंगे। यह दोनों देशों के मजबूत कूटनीतिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है।
परेड में कुल 31 झांकियां शामिल होंगी, जो भारत की विविधता और संस्कृति का प्रदर्शन करेंगी।बिहार, गोवा, झारखंड, कर्नाटका, मध्य प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यों की झांकियां इस आयोजन का हिस्सा बनेंगी। राज्यों के साथ-साथ, विभिन्न मंत्रालय और सुरक्षा बलों की झांकियां भी भारतीय जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर करेंगी।
परेड में भारतीय वायुसेना के Su-30MKI और राफेल जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान फ्लाई पास्ट करेंगे। हालांकि, हाल ही में एक दुर्घटना के कारण लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) फ्लाई पास्ट का हिस्सा नहीं बन पाएंगे। यह फ्लाई पास्ट भारतीय वायुसेना की आधुनिक क्षमताओं और रणनीतिक ताकत को प्रदर्शित करेगा।
परेड में 10,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे, जिसमें स्थानीय पुलिस और अर्धसैनिक बल शामिल हैं। सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए एनडीआरएफ की जल एम्बुलेंस और निगरानी टीमें भी तैनात रहेंगी। आयोजन स्थल पर लगभग 77,000 लोग उपस्थित होंगे, जिनमें 10,000 विशेष निमंत्रित मेहमान होंगे।
परेड का आयोजन 13 जनवरी से शुरू हुआ और 26 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान 29 जनवरी को मौनी अमावस्या (दूसरा शाही स्नान), 3 फरवरी को बसंत पंचमी (तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि जैसे विशेष आयोजन होंगे।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर पूर्व राष्ट्रपति और ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ समिति के अध्यक्ष रामनाथ कोविंद ने कहा, “अगर यह प्रस्ताव पारित होता है, तो देश की जीडीपी और आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। यह भारत को दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना सकता है।”