शामली: उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर सोमवार को कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पर जनपद के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा धरना तथा ज्ञापन कार्यक्रम आयोजित किया गया, तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार लखनऊ को सम्बोधित शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर तथा ऑनलाइन उपस्थिति व डिजिटलाइजेशन के विरोध में एक ज्ञापन प्रेषित किया गया। ज्ञापन बीएसए की अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधि जिला समन्वयक मिड डे मील जितेन्द्र कुमार को सौंपा गया।
उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ की मांग है, कि जब तक समस्त विद्यालयों में पूर्ण संसाधन जैसे की सीयूजी सिम व डाटा आदि उपलब्ध नहीं कराया जाता ज़ब तक प्रदेश के समस्त शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता तब तक ऑनलाइन उपस्थिति तथा डिजीटलाइजेशन का संगठन पूरी तरह विरोध करता रहेगा।
शिक्षकों की मुख्य मांगों में शिक्षकों की पदोन्नति दस वर्षों से न होना, राज्यकर्मियों की तरह निशुल्क चिकित्सा सुविधा, अंतर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों की सम्मानजनक मानदेय वृद्धि, भविष्य निधि ऑनलाइन करने, पुरानी पेंशन योजना बहाली, वेतन विसंगति दूर करने, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त रखने आदि समस्या का समाधान किया जाना चाहिए। इस अवसर पर मुख्य रूप से उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं जिला अध्यक्ष योगेश राठी, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष जनपद एवं ब्लॉक अध्यक्ष ऊन अनिल कुमार वर्मा, महामंत्री खलील अहमद, जिला कोषाध्यक्ष प्रमोद शर्मा, ब्लॉक मंत्री ऊन सुबोध शर्मा, प्राथमिक शिक्षक संघ ब्लॉक ऊन अध्यक्ष महावीर सिंह, पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह, ब्लॉक कोषाध्यक्ष प्रवीन कुमार, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला सह संयोजक जनेश्वर शर्मा, दिनेश तोमर, जितेन्द्र सिंह, पवन वर्मा, पुष्पेन्द्र कुमार, रविन्द्र कुमार, बासोराम शर्मा, मिंदर सिंह, विपिन वर्मा, शोकेंद्र सिंह, विपिन शर्मा, राकेश कुमार, नवीन शर्मा, अरविन्द कुमार, अक्षय कुमार, सुनील कुमार, नवीन कुमार, मोहित चौधरी, भावना, नेहा मलिक, अमित खैवाल, धीरजपाल तोमर, प्रतिमा, रीतू तोमर, संध्या राणा, सूर्यकांत राणा, गौरव कालखंडे, अरविन्द वर्मा, आरती बालियान, अदिति राणा, हुमा प्रवीन, साजिदा खातून, रेणु चौहान, विकास राठी आदि सहित लगभग 200 शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।