शामली। जनपद की ड्रग इंस्पेक्टर लगातार विवादो के घेरे में है। जहां उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के द्वारा की गई शिकायतों के बाद लखनऊ से पहुंची एक टीम ने ड्रग इंस्पेक्टर की भ्रष्टाचार की शिकायतों के मामले में पीड़ित लोगों के बयान दर्ज कराए।इस दौरान ड्रग विभाग में हड़कंप मचा रहा।
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल रजिस्टर्ड द्वारा शामली की ड्रग इंस्पेक्टर निधि पांडेय की भ्रष्टाचार की शिकायत पर प्रमुख सचिव ने जांच समिति गठित कर शामली भेजी। जिसमें औषधि आयुक्त लखनऊ से दिनेश तिवारी, मेरठ के अरविंद कुमार गुप्ता (सहायक आयुक्त) औषधि मेरठ एवं लवकुश प्रसाद औषधि निरीक्षक सहारनपुर ने शामली पहुंचकर जांच पड़ताल की।शामली के दवा व्यापारियों ने बयान दर्ज कराते हुए साक्ष्य पेश किए।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष अंकित गोयल, अनिल भार्गव ,अनिल कुमार, राजकुमार, पुनीत द्विवेदी ,अमित विश्वकर्मा,संजय त्यागी, दीपक गुप्ता ,कुलदीप गोयल ,संजय अग्रवाल,अमित जिंदल, मुजफ्फरनगर से प्रमोद मित्तल ,सचिन त्यागी, सुधीर यादव, सतीश तायल आदि व्यापारियों ने औषधि निरीक्षक शामली निधि पांडे के खिलाफ पुख्ता सबूत के साथ समस्त जानकारी लखनऊ पहुंचे अधिकारियों को दी। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि जांच में कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए नहीं तो मजबूरन व्यापार मंडल को आंदोलन करना पड़ेगा।
नगर महामंत्री संजीव कुमार ने लखनऊ से आए हुए अधिकारियों को पूरे प्रकरण से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि शामली में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। जिससे शामली के व्यापारियों को निजात मिलनी चाहिए।