नई दिल्ली। उत्तराखंड के उत्तरकाशी के सिल्कयारा में 17वें दिन मजदूरों को सकुशल निकालने पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री ने हर्ष व्यक्त किया है और इसके लिए एनडीआरफ, एसडीआरएफ तथा अन्य एजेंसी की सफल बचाव अभियान के लिए सराहना की है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि उन्हें यह जानकर राहत और खुशी महसूस हो रही है कि उत्तराखंड में एक सुरंग में फंसे सभी श्रमिकों को बचा लिया गया है। बचाव कार्य में बाधाओं का सामना करने के कारण 17 दिनों तक की उनकी पीड़ा मानवीय सहनशक्ति का प्रमाण रही है। राष्ट्र उनके जज्बे को सलाम करता है और अपने घरों से दूर, बड़े व्यक्तिगत जोखिम पर भी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए उनका आभारी है। वे उन टीमों और सभी विशेषज्ञों को बधाई देती हैं जिन्होंने इतिहास के सबसे कठिन बचाव अभियानों में से एक को पूरा करने के लिए अविश्वसनीय धैर्य और दृढ़ संकल्प के साथ काम किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है। टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे वे कहना चाहते हैं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। वे आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं। यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है।
प्रधानमंत्री ने बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम किया। उन्होंने कहा कि उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तरकाशी में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना की निर्माणाधीन सुरंग में फंसे श्रमिकों से टेलीफोन पर बात की। उन्होंने उनकी सुरक्षित निकासी पर मंगलवार को प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गहरा संतोष व्यक्त किया और इसे बचाव कार्य में टीम भावना का एक अद्भुत उदाहरण बताया।
उन्होंने सुरंग से 17 दिन बाद सुरक्षित निकल गए श्रमिकों तथा उनका इंतजार कर रहे उनके परिजनों के धैर्य और साहस को सराहनीय एऔर प्रेरणादायक बताया।
श्री मोदी ने सोशल मीडिया नेटवर्क एक पर एक पोस्ट में कहा कि “’उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है।”
प्रधानमंत्री ने लिखा, ”सुरंग में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे। इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है।
उन्होंने कहा कि ”मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं। उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है। इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है।”
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वेम पूरी तरह से राहत महसूस कर रहे हैं और खुश है कि सिल्कयारा टनल हादसे में फंसे 41 मजदूरों को सफलतापूर्वक बचा लिया गया है। यह कई एजेंसियों द्वारा किया गया एक समन्वित प्रयास था, जो हाल के वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण बचाव अभियानों में से एक था। अनेक चुनौतियों का सामना करने के बावजूद विभिन्न विभाग और एजेंसियां एक-दूसरे के पूरक बने। सभी के अथक और ईमानदार प्रयासों और सभी की प्रार्थनाओं से यह ऑपरेशन संभव हो सका। बचाव टीमों के समर्पित प्रयासों के अनुकूल परिणाम मिले हैं।