नई दिल्ली। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 100 से अधिक स्टेशन बन चुके हैं। इन सभी स्टेशनों को 22 मई को राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। रेलवे के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने यह जानकारी दी। दिलीप कुमार ने कहा कि भारतीय रेल के विभिन्न स्टेशनों को आधुनिक तथा विश्वस्तरीय बनाने के लिए योजना की शुरुआत दो साल पहले की गई थी और इसके तहत 1,300 से अधिक स्टेशनों की पहचान की गई है, जिनका विकास अमृत भारत स्टेशन के रूप में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो स्टेशन विकसित हो रहे हैं, वहां पर स्थानीय संस्कृति और विरासत के अनुकूल स्टेशन की बिल्डिंग और पोस्ट बनाए जा रहे हैं। सभी जगह पर इस बात का ख्याल रखा जा रहा है कि ज्यादा से ज्यादा शहरवासियों को सहूलियत हो।
इसके लिए अधिकतर स्टेशनों पर दोनों तरफ से कनेक्टिविटी भी दी जा रही है। उन्होंने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि हम लोगों ने एंट्री पॉइंट और स्टेशन पॉइंट को मॉडल बनाया है। साथ ही निःशुल्क वाईफाई और बेहतर यात्री सूचना प्रणाली भी लगाई गई है। उन्होंने बताया कि 100 से अधिक स्टेशनों को राष्ट्र को समर्पित किया जाना है। इसमें सहारनपुर, बिजनौर, गोवर्धन, बरेली सिटी, सिद्धार्थ नगर, सीहोर जंक्शन, समाख्याली और पालीताणा स्टेशन अभी बने हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान के भी कई स्टेशन बनकर तैयार हो गए हैं। वहीं कर्नाटक के पांच स्टेशन, तमिलनाडु के नौ स्टेशन और पश्चिम बंगाल के तीन स्टेशन बनकर तैयार हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में माहे स्टेशन को पुनर्विकसित किया गया है। साथ ही आंध्र प्रदेश का सुलुरपेटा स्टेशन, असम का हरबर गांव स्टेशन का विकास किया गया है। जो स्टेशन बन गए हैं, उनको देश को समर्पित किया जाना है। इसी को देखते हुए 22 तारीख को कार्यक्रम तय किया गया है, जिसकी तैयारी की जा रही है।