गांधीनगर। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्य सचेतक आदि सभी ने शनिवार सुबह अयोध्या में भव्य राम मंदिर में श्री रामलला के भक्तिभाव पूर्वक दर्शन-अर्चन कर शीश झुकाया। मुख्यमंत्री पटेल ने इस क्षण को सौभाग्यपूर्ण एवं भावुक बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा, पुरुषार्थ एवं प्रतिबद्धता से अयोध्या में भव्य राम मंदिर में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा देश के इस अमृतकाल में करोड़ों भारतवासियों के लिए अमृत उत्सव समान बनी है। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जाता है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भगवान श्रीराम के दर्शन-पूजन करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्राचीन पावन नगरी अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की अलौकिक प्राण प्रतिष्ठा देश में नए कालचक्र के उद्भव का उद्घोष है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, यह मंदिर आने वाले हजारों वर्षों में रामराज्य की स्थापना के संकल्प के साथ भारत के दृष्टि, दर्शन एवं दिग्दर्शन का मंदिर बना है। सच्चे अर्थ में यह मंदिर राष्ट्र की चेतना एवं राष्ट्र के नवजागरण का मंदिर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रभु श्री राम के दर्शन कर प्रार्थना की है कि गुजरात सहित सभी देशवासियों का स्वास्थ्य सुखमय रहे तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकास की जो नई ऊंचाइयां लगातार छू रहा है, वह विकास यात्रा आने वाले दिनों में भी प्रभु श्री राम की कृपा से और आगे बढ़ती रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक हिन्दू का संकल्प था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण होना ही चाहिए। प्रभु श्री रामजी की कृपा से ऐसे ऐतिहासिक मंदिर का भूमिपूजन तथा प्राण प्रतिष्ठा, दोनों पवित्र कार्य करने का सौभाग्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण के पक्ष में निर्णय देकर मंदिर निर्माण को लेकर शताब्दियों से चले आ रहे विघ्न दूर कर दिए और प्रधानमंत्री के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन कर तीव्र गति से मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ करवाया। जिसके फलस्वरूप इस वर्ष 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई है।
मुख्यमंत्री पटेल ने 22 जनवरी के दिन को प्रत्येक भारतीय तथा दुनियाभर में बसने वाले रामभक्तों के लिए एक पवित्र अवसर बताया और कहा कि अनेक पीढ़ियों द्वारा सैकड़ों वर्षों तक अपने हृदय में संजोया गया संकल्प प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ऐसे समय सिद्ध हुआ है, जब भारत विकसित राष्ट्र बनने का लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। मुख्यमंत्री ने राम मंदिर निर्माण तथा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को गुजरात एवं गुजरातियों के लिए विशेष और अत्यंत गौरवशाली अवसर बताते हुए कहा कि गुजरात के सपूत तथा देश के प्रधानमंत्री मोदी के हाथों रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से यह मंदिर राष्ट्रीय चेतना एवं सांस्कृतिक विरासत की समृद्धि का प्रतिबिंब बन गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राम मंदिर के दर्शन को आने वाले राज्य के श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गई भूमि पर गुजरात यात्री भवन के निर्माण के लिए इस वर्ष गुजरात सरकार ने बजट में 10 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं और 50 करोड़ रुपये का आयोजन है। उन्होंने कहा कि रामलला के दर्शन को आने वाले समग्र गुजरात के यात्रियों को सरलता से निवास सुविधा प्रदान करने के लिए इस यात्री भवन का निर्माण होने वाला है। उन्होंने कहा कि गुजरात की ग्राम, तहसील, जिला पंचायतों, नगर पालिकाओं और महानगर पालिकाओं तथा गुजरात विधानसभा ने राम मंदिर निर्माण से भारत को विश्व गौरव दिलाने वाले प्रधानमंत्री को अभिनंदन देने वाला अभिनंदन प्रस्ताव पारित किया है और भारत को राममय बनाने के लिए उनका धन्यवाद भी व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देशभर से हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान श्री रामचंद्र के दर्शन का लाभ लेने के लिए अयोध्या आ रहे हैं। विशेष आस्था ट्रेन द्वारा गुजरात से भी अयोध्या स्थित राम मंदिर दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को जो सुविधाएं मिल रही हैं, मुख्यमंत्री ने उसके लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया।