बागपत। जनसुनवाई के बाद जनपद भ्रमण पर जा रहे जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के पास एक महिला अपने बच्चों के साथ आकर रोने लगी। उसने हाथ जोड़कर कहा कि साहब मेरा पति शराब पीता है। बच्चों के साथ मुझे जहर पीना पड़ेगा, मेरा समाधान कराओ।
महिला ने अपनी आपबीती बताते हुए बताया कि उसका नाम रेखा और छपरौली के मुकंदपुर गांव की रहने वाली है। उसकी शादी 20 साल पहले रविन्द्र के साथ हुई थी। उसके छह बच्चें हैं। उसका पति शराब का लती है और आये दिन नशे में घर आकर मारपीट करता है।
छह अगस्त की शाम को नशे में धुत आए पति ने मारपीट के बाद उसे बच्चों सहित घर से निकाल दिया। शिकायत लेकर वह छपरौली थाना पर पहुंची तो पुलिस ने घरेलू हिंसा का मामला बताकर कोई सुनवाई नहीं की। जिलाधिकारी से कहा कि साहब, मैं अपने छह बच्चों को लेकर कहां जाऊ ?
जिलाधिकारी ने पीड़ित महिला की बातों को गंभीरता से सुनी और जिला प्रोबेशन अधिकारी तूलिका को बुलाकर उसकी मदद करने को निर्देश दिए। फोन पर ही जिलाधिकारी ने एसपी अर्पित विजयवर्गीय को भी मामले से अवगत कराया और छपरौली थानेदार को कड़ी फटकार लगाई। असर यह हुआ कि छपरौली पुलिस ने पीड़ित महिला के पति को तुरंत हिरासत में लेकर महिला को घर मे प्रवेश दिलाया।
जिला प्रोबेशन अधिकारी तूलिका शर्मा ने बताया कि महिला के पति रविन्द्र को कड़ी चेतावनी दी गई है। पति-पत्नी के बीच समझौता करा दिया गया है।