नोएडा। काफी समय पूर्व नोएडा प्राधिकरण में तैनात रहे एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी वाई जानकी रमैया के प्लाट को धोखाधड़ी कर बेचने वाले एक गैंग के तीन शातिर बदमाशों को थाना सेक्टर-39 पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है। इस मामले में रिटायर्ड अधिकारी की बेटी ने बैंक, नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी और रजिस्टर ऑफिस के अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करवाया था। कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन तीनों ने हाल ही में सेक्टर-40 में डी-155 के मालिक के फर्जी दस्तावेज तैयार किए और एक कंपनी के नाम बैनामा कर उसे बेच दिया था। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इनकी पहचान शोएब, संदीप गोयल और शमशेर सिंह के रूप में हुई है।
सहायक पुलिस आयुक्त रजनीश वर्मा ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण में काफी समय पूर्व तैनात रहे एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी वाई जानकी रमैया की कुछ समय पूर्व मौत हो गई थी। ठगों ने सेक्टर-40 स्थित उनके एक प्लाट को फर्जी दस्तावेज तैयार करके करोड़ों रुपए में बेच दिया।
उन्होंने बताया कि आईएएस अधिकारी की बेटी चौक कुमारी विजय ऐश्वरी निवासी आंध्र प्रदेश की शिकायत पर पुलिस ने संदीप गोयल, साकेत खन्ना, हरीश, विजय, नोएडा के रजिस्ट्रार, बैंक अधिकारी तथा नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आज इस मामले में शोएब पुत्र रहिसुल हसन को सिटी सेन्टर मैट्रो स्टेशन के पास से, संदीप गोयल पुत्र स्व0 सुरेशचन्द गोयल तथा शमशेर सिंह पुत्र ओमप्रकाश को सेक्टर-49 चौराहे के पास से गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि पुलिस इनके बैंक खातों को सीज कर रही है। एसीपी ने बताया कि इस मामले में रजिस्ट्रार ऑफिस, नोएडा प्राधिकरण और बैंक के कर्मचारियों की मिली भगत की भी जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि जांच में पता चला है कि इस अधिकारी के देहांत होने के बाद आरोपियों ने उनकी जगह शमशेर को वाई जानकी रमैया को रिटायर्ड आईएएस अधिकारी बताकर उनके फर्जी पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज बनवाकर प्लाट का मालिक बना दिया। जिसे बाद में उक्त प्लाट को कम्पनी इमेन्स पावर प्र.लि. को 6 करोड़ 12 लाख रूपये लेकर फर्जी बैनामा कर बेच दिया। उन्होंने बताया कि जब इस मामले की जानकारी आईएएस अधिकारी की बेटी को लगी तो उसने थाने में मुकदमा दर्ज करवाया।
उन्होंने बताया कि अभियुक्त का साथी राजकुमार चौहान उर्फ प्रधान उर्फ रहिसुल हसन द्वारा अपने बेटे शोएब के साइबर कैफे पर फर्जी आधार कार्ड व उक्त प्लाट के फर्जी कागजात तैयार करता था और अपने साथी शमशेर व संदीप गोयल आदि के साथ मिलकर धोखाधडी से बैनामा करते है। अभियुक्त राजकुमार चौहान उर्फ प्रधान उर्फ रहिसुल हसन पूर्व का आपराधिक इतिहास भी है, जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी है।