बागपत। जिले के छपरौली के रठौड़ा गांव में होली पर हुए विवादों में एक के बाद एक तीन लोगों की हत्या कर दी गई। पहले गांव निवासी युवक अमित उपाध्याय (35) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो घंटे बाद यूपी पुलिस की हेड कांस्टेबल प्रिया की माता बिमलेश और पिता पर हमला किया गया। इसमें बिमलेश की दिल्ली के अस्पताल में मौत हो गई।
इस हमले में आरोपी मनीष उर्फ मोनू (35) का भी दो गोली शव शनिवार सुबह खेत में पड़ा मिला। रठौड़ा के ललित उपाध्याय ने बताया कि उसका भाई अमित पानीपत में नौकरी करता था। वह होली पर परिवार के साथ गांव आया था।
शुक्रवार सुबह गांव की परिक्रमा शुरू होने से पहले अमित का गांव के सागर से झगड़ा हो गया। गांव के लोगों ने बीच-बचाव करा दिया।
ललित ने बताया कि दोपहर दो बजे सागर, अपने भाई अक्षय और वंश के साथ उनके घर पहुंचा और गोलियां चलानी शुरू कर दीं। अक्षय ने अमित की गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावरों ने उसके भाई गुलबीर की पिटाई करते हुए गली में दौड़ाया और जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। इसमें अक्षय, सागर और वंश पर मुकदमा दर्ज किया गया। इसके दो घंटे बाद रठौड़ा में दूसरा झगड़ा हुआ। यूपी पुलिस की हेड कांस्टेबल प्रिया के घर के बाहर मनीष उर्फ मोनू उर्फ कटड़ा दोस्तों नितिन व परविंद्र के साथ खड़ा होकर गाली-गलौज कर रहा था। प्रिया की मां बिमलेश और पिता रामफल ने टोका तो आरोपियों ने दोनों पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया।
बिमलेश की देर रात दिल्ली के अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। रामफल का दिल्ली जीटीबी में उपचार चल रहा है। इस घटना में मनीष उर्फ मोनू, नितिन व परविंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया।
बिमलेश की हत्या में आरोपी मनीष उर्फ मोनू का गोली लगा शव सुबह गांव में किसान मलखी के खेत में मिला। मनीष के पिता जितेंद्र ने कहा कि मनीष को शुक्रवार शाम गांव के सागर, अक्षय, बादल, नितिन, प्रवेंद्र के साथ खेतों की तरफ जाते हुए देखा गया था।