मुज़फ्फरनगर-दूसरे राज्यों में जमीन दिखाकर डवलपमेंट के नाम पर लाखों की धोखाधड़ी करने के वांछित आरोेपी को पुलिस ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा कंपनी बनाकर लोगों से रुपये निवेश कराने के एक अन्य आरोपी को भी नई मंडी पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो एक साल से फरार चल रहा था और हल्द्वानी का रहने वाला है।
नई मंडी कोतवाली प्रभारी बबलू सिंह ने बताया कि एसएसपी संजीव सुमन के आदेश पर वांछित बदमाशों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया जा रहा है। उनके थाने में दर्ज धोखाधड़ी के दो मुकदमों के दो आरोपी फरार चले रहे थे। इनमें से एक आरोपी चंडीगढ़ का रहने वाला था, जबकि दूसरा आरोपित हल्द्वानी (उत्तराखंड) का था।
थाना प्रभारी ने बताया कि पुनीत नंदा निवासी कोठी नंबर 1088 सेक्टर आठ चंडीगढ़ ने कुछ साल पहले कलर बिल्डटेक प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी बनाई थी, जिसमें आरोपित ने मुजफ्फरनगर जिले के चार लोगों को आंध्र प्रदेश में सस्ती जमीन दिलाकर उस पर डेवलपमेंट का झांसा दिया था। पीड़ितों ने पुनीत नंदा की कंपनी के माध्यम से रुपये इनवेस्ट किए थे।
पुलिस ने बताया कि द्वारिकापुरी निवासी प्रदीप को खेती की जमीन खरीदनी थी। इसी के चलते चंडीगढ़ के सेक्टर आठ में रहने वाले पुनीत नंदा ने उनसे संपर्क कर बताया कि उसने कलर्स बिल्ड टेक प्राइवेट लिमिटेड के नाम से एक कंपनी बनाई थी। उसने आंध्र प्रदेश में सस्ती जमीन खरीदी है, वह भी वहां पर जमीन खरीद ले। वह उनकी जमीन को दस साल के लिए लीज पर लेगा और बाग लगाएगा। उससे होने वाली आय से उन्हें 9375 रुपये प्रति माह देगा। यह झांसा देकर आरोपी पुनीत नंदा ने अपने परिजनों की मदद से उनके साथ पार्टनरशीप डीड भी की। उनसे 12 लाख 93 हजार रुपये ठग लिए गए। आरोपी ने तीन अन्य लोगों से भी इसी प्रकार ठगी की है।
पीड़ितों का आरोप था कि आरोपी ने पीड़ितों को सस्ती जमीन के बैनामे तो करा दिए लेकिन जमीन पर कोई डेवलपमेंट नहीं कराया। जिस कारण सभी का पैसा फंस गया था। रुपये वापस मांगने पर आरोपी ने पीड़ितों से गाली गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। इसकी जांच एसआई धर्मराज यादव कर रहे है। उन्होंने सोमवार को चंडीगढ़ में दबिश देकर आरोपी को घर से गिरफ्तार कर लिया और सीजेएम चंडीगढ़ के न्यायालय में पेश करने के बाद आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ लेकर आ गए और आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया । पुनीत के खिलाफ वर्ष 2023 में मंडी थाने में चार मुकदमे दर्ज हुए थे।
थाना प्रभारी ने बताया कि धोखाधड़ी का दूसरा वांछित आरोपी मेघश्याम सिंह निवासी लेन नंबर तीन राजेंद्र नगर हल्द्वानी (उत्तराखंड) का रहने वाला है, जिसे एक सूचना के आधार पर नई मंडी की गांधी कालोनी से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी कंपनी बनाकर लोगों से रुपये इंवेस्ट कराता था। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ वर्ष 2022 में नई मंडी थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था और तभी से वह फरार चल रहा था। सीओ मंडी हेमंत कुमार ने बताया कि दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है.