गाजियाबाद। गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में विकास प्राधिकरण (GDA) के दो पत्रों ने विवाद का माहौल बना दिया है। लोग अब जीडीए के अपने ही आदेशों के उलट आदेश जारी करने पर अधिकारियों की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं।
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दरअसल, इंदिरापुरम स्थित साया सोसाइटी में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने पहले बाउंड्री वॉल निर्माण के लिए अनुमति पत्र जारी किया था। इसके बाद जब सोसाइटी के लोग बाउंड्री वॉल का निर्माण शुरू कर रहे थे, तो बिल्डर के लोगों ने इसका विरोध किया। आरोप है कि इस विरोध के दौरान बिल्डर के बाउंसर ने सोसाइटी के लोगों के साथ मारपीट की और महिलाओं के साथ बदसलूकी भी की। यह घटना तब सामने आई जब बाउंसरों ने बाउंड्री वॉल बनाने के काम को रुकवाने की कोशिश की, और जब स्थानीय लोग इसका विरोध करने लगे, तो बाउंसरों ने हिंसक व्यवहार किया।
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असल में, यह विवाद विकास प्राधिकरण के दो पत्रों के कारण उत्पन्न हुआ। पहले पत्र में जीडीए ने सोसाइटी के लोगों को बाउंड्री वॉल निर्माण की अनुमति दी थी, लेकिन जब सोसाइटी के लोग काम में जुटे, तो बिल्डर के दबाव में जीडीए ने अगले ही दिन एक दूसरा पत्र जारी कर काम रोकने का आदेश दे दिया। इस से साफ़ हो रहा है कि विकास प्राधिकरण बिल्डर के दबाव में काम कर रहा है।
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सोसाइटी के निवासी अब बिल्डर के बाउंसर से डर के अलावा अपनी सुरक्षा को लेकर भी चिंतित हैं। सोसाइटी में बाउंड्री वॉल का निर्माण नहीं हुआ है और मुख्य मार्ग पर भारी ट्रैफिक गुजरता है, जो संभावित हादसों का कारण बन सकता है।
सोसाइटी के लोग अब जीडीए अधिकारियों से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि वे सही निर्णय लेंगे और बाउंड्री वॉल निर्माण की अनुमति देने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा को भी सुनिश्चित करेंगे।