Saturday, November 23, 2024

यूपी की आईएएस अफ़सर के पति की तलाश में नोएडा में छापे, 3300 करोड़ के घोटाले में शामिल, आईएएस पर भी है सीबीआई केस !

नोएडा। आंध्र प्रदेश की सीआईडी ने यूपी की सीनियर IAS अपर्णा के पति जीबीएस भास्कर को नोएडा से गिरफ्तार करने की चर्चा है, हालाँकि नोएडा पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी की कोई पुष्टि नहीं की है।  उन पर 3300 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है। यह घोटाला अपर्णा के आंध्र में प्रतिनियुक्ति के दौरान हुआ था। वह उस समय आंध्र प्रदेश में स्किल डेवलपमेंट विभाग में तैनात थीं।

आईएएस अधिकारी के पति को गिरफ्तार करने के लिए आंध्र प्रदेश पुलिस की सीआइडी टीम शनिवार को नोएडा पहुंची। स्थानीय पुलिस से संपर्क कर टीम सेक्टर-50 स्थित उस पते पर पहुंची, जहां से आरोपित को गिरफ्तार करना था। मकान में ताला लगा देख टीम बिना किसी को गिरफ्तार किए वापस लौट आई।

डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि आंध्रप्रदेश पुलिस की टीम सेक्टर-50 स्थित एक पते से एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने आई थी। हालांकि, वहां की पुलिस नोएडा से किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करके नहीं ले गई है। टीम जब पते पर पहुंची तो वहां पर ताला लगा हुआ था। वैसे नोएडा में भास्कर की गिरफ़्तारी की चर्चा है लेकिन कोई पुष्टि नहीं कर रहा है।

बताया जा रहा है कि सीआइडी की टीम जिस सीनियर आइएएस अधिकारी के पति को गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी, उस पर 3300 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है।

सीनियर आईएएस अपर्णा वर्तमान में उत्तर प्रदेश के एनएचएम निदेशक के पद पर तैनात हैं और पूर्व में भी प्रदेश में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं। वह कई साल पहले आंध्र प्रदेश में प्रतिनियुक्ति पर गई थीं। वह उस समय स्किल डेवलपमेंट डिपार्टमेंट में तैनात थीं। आरोप है कि प्रतिनियुक्ति के दौरान अधिकारी ने अपने पति को 3,300 करोड़ रुपये का ठेका दिलाया था। उनके पति ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे ठेका लिया था। इसी मामले में आंध्र प्रदेश की टीम नोएडा पहुंची थी।

मिली जानकारी के मुताबिक आईएएस अपर्णा के पति को 8 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद उन्हें बेल मिली थी। जो 14 दिनों की थी। इसी प्रकरण में दोबारा गिरफ्तारी करने के लिए टीम पहुंची थी। सीनियर आइएएस के पति सीमेंस के पूर्व कर्मचारी  रहे हैं। बताया जा रहा है कि सीमेंस इंडस्ट्रियल सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड से सॉफ्टवेयर खरीदा गया।

परियोजना के तहत आपूर्ति किए जाने वाले सॉफ्टवेयर की वास्तविक लागत 58 करोड़ रुपये थी, लेकिन कीमत 3,300 करोड़ रुपये तक बढ़ाई गई। परियोजना रिपोर्ट में हेरफेर किया गया। सुबह से ही आइएएस के पति के गिरफ्तारी की खबरें अलग-अलग ग्रुप पर चलती रहीं, हालांकि देर शाम तक नोएडा पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है। आंध्र प्रदेश से आई टीम में कुल चार लोग शामिल थे। टीम दोपहर दो बजे के करीब नोएडा के पते पर पहुंची थी।

आरोप है कि अपर्णा ने अपनी आंध्र प्रदेश में नियुक्ति के दौरान अपने पति को 3300 करोड़ का ठेका दिलाया था। अपर्णा के पति ने फर्जी दस्तावेज के सहारे ठेका लिया था। जिस विभाग में पति ने घोटाला किया अपर्णा वहीं तैनात थीं। जांच हुई तो उनके पति शामिल पाए गए। उन पर भ्रष्टाचार का यूपी में भी CBI केस चल रहा है।

अपर्णा आंध्र प्रदेश में स्किल डेवलपमेंट में तैनात थीं। आरोप हैं कि अपर्णा के पति ने फर्जी दस्तावेज के सहारे ठेका लिया था। जांच हुई तो IAS अपर्णा और उनके पति शामिल मिले। अपर्णा जब प्रतिनियुक्ति से लौटीं तो उन्‍हें यूपी में यूपीपीसीएल का MD बनाया था। यहां भी अपर्णा यू पर पेंशन घोटाले की सीबीआई चल रही है। इस मामले में अपर्णा की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

 

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,306FansLike
5,466FollowersFollow
131,499SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय