लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा कड़ी निगरानी के साथ रविवार को समाप्त हो गई। योगी सरकार के कड़े निर्देश को देखते हुए परीक्षा को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पुलिस महकमें ने अपनी पूरी ताकत लगा दी। एसटीएफ एवं क्राइम ब्रांच की टीमों की सक्रियता के चलते नकल माफिया एवं सॉल्वर गैंग के सदस्यों तथा जालसाजों की एक नहीं चलने पायी और पुलिस के हत्थे चढ़ गए। कहीं शिक्षक तो कहीं पुलिस कर्मी सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों से कुल 204 मुन्नाभाई पकड़े गए।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए 75 जिलों में कुल 2385 परीक्षा केंद्र बने थे। नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए उप्र एसटीएफ, क्राइम ब्रांच की टीमें सादे कपड़ो में सक्रियता से नकल माफियाओं के मनसूबे पर पानी फेरने के लिए लगातार जुटी रही है। परीक्षा के दूसरे व अन्तिम दिन की पहली पाली में 82 लोग पकड़े गए और दूसरी पाली में 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया। जबकि रविवार को 96 जालसाज एवं सॉल्वर गैंग के सदस्य पकड़े गए थे। कानपुर,प्रयागराज,बलिया में एक सरकारी शिक्षक संतंत्र यादव पकड़ा गया। फिरोजाबाद में दो पुलिस कर्मी समेत पांच लोग पकड़े गये। बदांयू में शिक्षक समेत तीन लोग पकड़े गए। इस तरह उप्र पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान कुल 204 मुन्नाभाई धरे गए।
वापसी के लिए बस व रेलवे स्टेशनों पर अभ्यार्थियों की भीड़
उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी की परीक्षा रविवार को सकुशल सम्पन्न हो गई। परीक्षा देकर छूटे अभ्यार्थियों का रूख सीधा बस व रेलवे स्टेशन की ओर हो गया और प्रदेश के सभी जनपदों में यही स्थिति रही। इस दौरान सभी जिलों के रोडेवेज के अधिकारी सक्रिय रहे और बसों को रवाना करने में लगे रहे। ट्रेनों में भीढ़ ठसाठस भरी रही।