शामली। शुगर मिल पर बकाया गन्ना भुगतान की मांग को लेकर शामली में चल रहे किसानों के धरने में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत की मौजूदगी में हंगामा खड़ा हो गया। धरने में जब यह कहा गया कि खाप चौधरी इसका फैसला करेंगे कि धरना आगे चलेगा या नहीं, इस पर वहां कुछ किसानों ने हूटिंग कर दी,जिस पर खाप चौधरी नाराज हो गए और धरना स्थल से चले गए। बाद में उन्हें मनाकर वापस धरना स्थल पर लाया गया।
इसी बीच किसानों से समझौता वार्ता होने के बाद जिला प्रशासन ने देर रात दावा किया कि किसानों से वार्ता सफल हो गई है और किसान दोनों धरने समाप्त करने पर राजी हो गए है और चीनी मिल ने 25 करोड़ रुपये गन्ना समिति को भेज दिए है। जबकि किसान नेता संजीव शास्त्री ने बताया कि वार्ता विफल हुई है और धरना जारी रहेगा ।
आज किसानों के धरने में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत पहुंचे जिसके बाद किसानों की मिल प्रबंधन से समझौता वार्ता हुई जो विफल हो गई। इसी बीच सर्वखाप समन्वय किसान मंच के अध्यक्ष संजीव शास्त्री ने कहा कि धरने को लेकर जो भी फैसला होगा वह खाप चौधरी सुनाएंगे। इस पर कुछ किसानों ने हूटिंग शुरू कर दी और कहा कि पहले भी खाप चौधरियों ने धरना उठवा दिया था। उन्हें इन पर विश्वास नहीं है।
इसी बीच शामली के सूचना विभाग ने एक प्रेस नोट जारी करके बताया है कि किसानों द्वारा शामली शुगर मिल के बकाया गन्ना भुगतान को लेकर चल रहे धरना प्रदर्शन के सम्बन्ध में विभिन्न किसान संगठनों के प्रतिनिधियों एवं किसानों के साथ वार्ता करने पर यह तय हुआ कि गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की धनराशि 25 करोड रूपये का भुगतान माह सितम्बर 2024 में करा दिया गया है तथा 25 करोड़ रूपये की एडवाईज गन्ना समिति को प्रेषित कर दी गयी है एवं 25 करोड रूपये धनराशि का भुगतान दीपावली के अवसर पर तथा 30 करोड़ रूपये धनराशि का भुगतान माह दिसम्बर, 2024 तक करा दिया जायेगा।
शेष बकाया धनराशि का भुगतान 25-25 करोड़ रूपये के त्रैमासिक आधार पर शुगर मिल शामली द्वारा किया जायेगा। किसानों को यह भी आश्वासन दिया गया कि यह भी प्रयास किया जायेगा कि गन्ना किसानों को शेष गन्ना भुगतान शीघ्र अतिशीघ्र प्राप्त हो जाये तथा इस सत्र का गन्ना मूल्य भुगतान नियमित रूप से इसी सत्र में किया जायेगा।
जिला प्रशासन के मुताबिक किसान संगठनों एवं बैठक में उपस्थित खाप पंचायतों के किसानों द्वारा यह कहा गया कि चूंकि फसल तैयार हो चुकी है इसलिए किसान हित को ध्यान में रखते हुए मिल में चल रहे मरम्मत कार्यों को तत्काल पूर्ण कराते हुए शुगर मिल का संचालन किया जाये एवं यह भी कहा गया कि अवशेष भुगतान की कार्यवाही अतिशीघ्र करायी जाये।
जिला प्रशासन ने दावा किया कि बैठक के दौरान कमेटी से वार्ता उपरान्त सभी के द्वारा संतुष्टि व्यक्त करते हुए धरना प्रदर्शन को समाप्त करने की सहमति दी गयी। बैठक में किसान संगठनों एवं खाप पंचायतों के पदाधिकारी, जिलाधिकारी, शामली, पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व), उप जिलाधिकारी शामली आदि उपस्थित रहे।
जिला प्रशासन ने कहा कि वार्ता सफल रही और किसान दोनों धरने खत्म करने को तैयार हो गए हैं। उधर, किसान नेता संजीव शास्त्री ने कहा कि मिल के अधिकारी संपूर्ण बकाया भुगतान देने को तैयार नहीं है, जिसके कारण धरना आगे भी जारी रहेगा, वार्ता विफल रही है ।