जब अटल जी बोले- एक कान से रेडियो सुनें और एक कान से मेरा भाषण
-अटल जी पीठ पीछे चर्चा के पक्षधर नहीं थे: चन्द्र प्रकाश अग्निहोत्री
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के उर्मिला पार्क में एक जनसभा हो रही थी। जनसभा को अटल जी संबोधित कर रहे थे। अचानक माइक ने आकाशवाणी कैच करना शुरू कर दिया। सामने उपस्थित जनता के बीच से लोग कहने लगे कि आवाज ठीक करो। अटल जी ने जनसमुदाय को शान्त करते हुए पूछा कि क्या आपको मेरी आवाज साफ सुनायी पड़ रही है। जनता से उत्तर आया हां हां। अटल जी पलटकर बोले कि आप एक कान से ऑल इंडिया रेडियो सुनें और एक कान से मेरा भाषण सुनें।
इतना कहते ही जन समूह शान्त हो गया और उसी समय आकाशवाणी की कैचिंग भी बंद हो गयी। यह संस्मरण अटल जी के अभिन्न मित्र व भारतीय नागरिक परिषद के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश अग्निहोत्री ने हिन्दुस्थान समाचार से साझा किया। अग्निहोत्री ने बताया कि जब स्वर्गीय राम प्रकाश गुप्त भारतीय जनसंघ के प्रदेश अध्यक्ष थे। अटल जी लखनऊ आये हुए थे। वह पीछे बरामदे में बैठे हुए थे। हम पूर्व विधायक भगवती शुक्ल के साथ अटल जी से मिलने के लिए वहां पहुंचे। अचानक भगवती शुक्ल ने उत्तर प्रदेश जनसंघ की चर्चा शुरू कर दी। अटल जी ने कहा भगवती रूको। और उन्होंने रामप्रकाश से कहा आइए यहां। वह आये और कुर्सी पर बैठ गये।
