मुरादाबाद में ठिठुरन का प्रकोप बढ़ा: अलाव की तैयारी अधूरी, गरीबों पर दोहरी मार
Moradabad Winter Cold: मुरादाबाद में मौसम के तेवर दिनों-दिन और तीखे होते जा रहे हैं। सुबह और रात की कड़ाके की ठंड लोगों को कंपा रही है, जबकि दिन में हल्की धूप थोड़ी राहत जरूर देती है लेकिन गलन पर काबू नहीं पा पा रही। पिछले कई दिनों से न्यूनतम तापमान लगातार गिर रहा है, जिससे आमजन के साथ-साथ कामकाजी वर्ग भी प्रभावित हो रहा है। शहर में बड़ी संख्या में गरीब और निराश्रित लोग खुले आसमान के नीचे फुटपाथों पर रात गुजारने को मजबूर हैं, क्योंकि नगर निकायों की ओर से अभी तक आश्रय स्थलों को पूरी तरह दुरुस्त नहीं किया गया है।
तापमान के उतार-चढ़ाव से बढ़ रहा बीमारियों का खतरा
शाम ढलते ही गलन चरम पर, गरीबों के सामने दोहरी मार
शुक्रवार की शाम ढलते ही ठंड अचानक तेज हो गई और गलन ने लोगों को परेशानी में डाल दिया। इस मौसम में सबसे ज्यादा दिक्कत गरीब, बेघर और असहाय लोगों को हो रही है, जिन्हें ठंड से बचने के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पा रहीं। शहर के ज्यादातर रैन बसेरा और शेल्टर होम अभी भी अधूरे इंतज़ामों के सहारे चल रहे हैं। हरथला स्थित रामगंगा विहार रोड पर मौजूद शेल्टर होम में गुरुवार की रात ठहरे व्यक्ति को कम्बल और बिस्तर जरूर मिल गया, लेकिन अन्य जरूरी सुविधाओं की कमी अब भी बनी हुई है। रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर बने अस्थायी शेल्टर होम भी बेहतर प्रबंध की मांग कर रहे हैं।
अलाव के इंतज़ाम में देरी, पिछले वर्ष के स्थानों पर ही टिके निकाय
नगर निकायों की ओर से अलाव की व्यवस्था को लेकर अब भी संशय की स्थिति है। जहां पिछले वर्ष चिन्हित किए गए स्थानों पर इस बार भी अलाव लगाने की योजना है, वहीं नए स्थानों के चयन और लकड़ी की आपूर्ति के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। ऐसे में प्रतिदिन बढ़ती ठंड के बीच शहर के कई इलाकों में लोगों को अलाव जैसी बुनियादी राहत सुविधा का इंतजार करना पड़ रहा है। निकायों की धीमी कार्यप्रणाली के कारण गरीब तबके के लोगों को रातें काटना चुनौती बन गया है।
