मुजफ्फरनगर। आज कचहरी में डीएम ऑफिस के सामने ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार की ओर से चिट फंड कंपनियों में डूबी रकम को वापस पाने के लिए धरना दिया गया।
धरने के बाद डीएम को ज्ञापन दिया गया। धरने को संबोधित करते हुए ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार मुजफ्फरनगर के अध्यक्ष सतीश गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार ने निवेशकों का पैसा वापस कराने के लिए लगभग पांच वर्ष पहले बड्स एक्ट 2019 कानून तो बना दिया है लेकिन अभी तक किसी भी निवेशक का पैसा वापस नहीं किया गया है।
इस अवसर पर ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के राष्ट्रीय महासचिव मदन सिंह गौतम ने बताया कि भुगतान न होने के कारण बड़ी संख्या में एजेंट और निवेशक मानसिक रूप से बेहद परेशान है तथा कई एजेंटों एवं निवेशकों ने पैसा ना मिलने के कारण आत्महत्या भी कर ली है।
यह अवसर पर जिला महासचिव केतन कर्णवाल ने कहा कि जिला मुजफ्फरनगर में हजारों एजेंटो एवं निवेशकों का करोड़ों रुपया अनेक चिटफंड कंपनियों में फंसा हुआ पड़ा है। जिसके कारण एजेंट और निवेशक अत्यधिक मानसिक तनाव में है। जिलाधिकारी से अनुरोध है की लोकतंत्र के मंदिर संसद,सरकार,और कानून की गरिमा को बचाने के लिए मुजफ्फरनगरमे बड्स एक्ट 2019 कानून के अंतर्गत ठगी पीड़ितों की जमा राशि का भुगतान जल्दी से जल्दी अवश्य कराएं।
प्रदेश महासचिव उदयवीर छरौली ने कहा कि इन सभी चिटफंड कंपनियों में अधिकतर गरीबों और मध्यम वर्ग के लोगों का पैसा लगा हुआ है सरकार से अपेक्षा है कि गरीबों का हित देखते हुए जल्दी से जल्दी भुगतान सुनिश्चित कराए।
धरने में जिला उपाध्यक्ष राकेश कुमार,जिला संयोजक सोमनाथ रुहेला,अंकुज गुप्ता,बालेश्वर त्यागी, यूसुफ,इरशाद, रतन सिंह,लक्ष्मी चन्द, कौशल,सुरेन्द्र,सत्यपाल सिंह,शान मियां आदि उपस्थित रहे।