शाहजहांपुर। थाना रामचन्द्र मिशन पुलिस ने पूनम हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा करते हुए उसकी सहेली और एक तांत्रिक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने तांत्रिक के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त गड़ासा, मृतक युवती के जेवरात व कुछ अन्य सामान बरामद किए हैं।
प्रभारी निरीक्षक अरविन्द सिंह चौहान ने मंगलवार को बताया कि थाना रामचन्द्र मिशन के गांव मिश्रीपुर निवासी पूनम (30) बीते 18,अप्रैल को संदिग्ध परिस्थितयों में लापता हो गई थी। मृतका के भाई ने इसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। छानबीन के दौरान पुलिस ने मैनुअल इनपुट व इलैक्ट्रानिक सर्विलांस की मदद से पूनम का कंकाल जनपद लखीमपुर खीरी के थाना मोहम्मदी क्षेत्र में हिम्मतपुर मियांपुर के घने जंगलों में गोमती नदी के किनारे से बरामद कर लिया।
मृतका के भाई परविन्दर ने जनपद लखीमपुर खीरी के थाना मोहम्मदी क्षेत्र के मोहल्ला पूर्वी लखपेड़ा निवासी तांत्रिक रामनिवास उर्फ दिलीप तथा जनपद शाहजहांपुर के थाना पुवायां क्षेत्र ग्राम बड़ा गांव निवासी उसकी सहेली प्रीती और उसकी मां उर्मिला पर हत्या का आरोप लगाते हुए सोमवार को मुकदमा पंजीकृत कराया।
पुलिस ने तांत्रिक रामनिवास उर्फ दिलीप को बीती रात घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल तथा पूनम के जेवर व अन्य सामान के साथ मेजबान अंडर पास के समीप से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोप तांत्रिक पर सख्ती की तो उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त गड़ासा व मृतका पूनम की बैल्ट व मोबाइल की डिस्पले व कुछ कागजात पुवायां मोहम्मदी रोड से बरामद कर लिए। जिसके बाद पुलिस ने पूनम की हत्या की साजिश रचने वाली उसकी सहेली प्रीती सागर को मंगलवार को पुवायां से गिरफ्तार कर लिया।
प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि पूनम लड़कों की तरह व्यवहार करती थी। पूनम की प्रीति से दोस्ती हो गई और वो उसकी तरफ आकर्षित होने लगी। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गये थे। पूनम प्रीति से शादी करना चाहती थी। जब इस बात की जानकारी प्रीति की मां उर्मिला को हुई तो उसने इस रिश्ते पर एतराज जताते हुए प्रीति को समझाया। प्रीति मान गई, जबकि पूनम शादी की जिद पर अड़ी रही। प्रीति के लिए वो लड़का तक बनने को तैयार थी। वहीं प्रीति के परीजनों ने उसके लिए रिश्ते ढूंढने शुरू कर दिए, लेकिन पूनम ने प्रीति के लिए आए कई रिश्ते तुड़वा दिए। रिश्ते टूटे देख प्रीति और उसकी मां उर्मिला ने रामनिवास से सम्पर्क किया। चूंकि रामनिवास राजमिस्त्री के साथ-साथ तंत्र क्रिया करना जनता था और पहले भी उर्मिला देवी के घर जाकर झाड़ फूंक कर चुका था, इसलिए उर्मिला को उस पर पूरा विश्वास था कि वह इसका कोई न कोई हल निकाल लेगा। वहीं, षड्यंत्र के तहत प्रीति ने पूनम को अपनी बातों में उलझाया और उसकी मुलाकात रामनिवास से यह कहकर करा दी कि वो झाड़-फूंक कर उसे लड़का बना देंगे।
उन्होंने बताया कि पूनम तांत्रिक रामनिवास पर विश्वास करने लगी। 17,अप्रैल को रामनिवास उर्मिला के घर पहुंचा, जहां उर्मिला ने उसे पाँच हजार रूपये दिये। जिसके बाद एक सोची समझी साजिश के तहत प्रीति के कहने पर 18 अप्रैल को पूनम अपने घर वालों को बिना बताये मोहम्मदी बस अड्डे पहुंची। जहां रामनिवास मौजूद था। रामनिवास मोटरसाइकिल से उसे मियांपुर हिम्मतपुर के जंगल में लेकर गया और छोटे सिद्ध बाबा मन्दिर से आगे जंगल में गोमती नदी के किनारे ले गया, जहां उसने एक दो मंत्र बोलकर उसे अपने झांसे में ले लिया। रामनिवास के कहने पर पूनम आँखे बंद कर लेट गई। तभी मौका पाकर रामनिवास ने गड़ासा से पूनम की गर्दन पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी गर्दन काट दी। उसने पूनम के कपड़े उतारकर वहीं जला दिये और जो जेवर पूनम ने पहन रखे थे उन्हें उसके शरीर से उतार लिये तथा पूनम के शव को सफेद चादर में लपेटकर नग्न अवस्था में नदी के किनारे झाड़ियों में डाल दिया, ताकि किसी को पता न चल सके।