सहारनपुर। यमुना नहर में पानी का स्तर घट जाने से रजवाहे और माईनर सूख गई हैं। इससे खेतों की सिंचाई के लिए पानी का संकट पैदा हो गया है जिससे किसान परेशान हैं।
अधिशासी अभियंता एके मौर्या ने आज कहा कि यमुना नहर को 100 से 150 क्यूसेक ही पानी मिल पा रहा है। जिससे सिंचाई के लिए संकट की स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने बताया कि पूर्वी यमुना नहर को हथिनी कुंड बैराज से पानी की आपूर्ति होती है।
पहाड़ों पर बर्फ नहीं पिघलने से यमुना नदी को पर्याप्त पानी मिल पा रहा है। इसी यमुना नदी से दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड आदि राज्यों को भी पानी दिया जाता है। किसानों के मुताबिक गेहूं और गन्ने की फसल को इस वक्त पानी की जरूरत होती है। लेकिन नहर में पानी की आपूर्ति एकदम से घट जाने से दिक्कतें आ रही हैं।