वाराणसी। ज्योतिषपीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने महाकुंभ से पहले गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गोहत्या को दंडनीय अपराध घोषित करना चाहिए, क्योंकि इस समय गाय की स्थिति हमारे देश में असहनीय हो गई है। शंकराचार्य ने यह भी कहा कि गाय की प्रतिष्ठा को लेकर सनातन धर्मावलंबियों को जागरूक करने के लिए महाकुंभ में गो प्रतिष्ठा महायज्ञ आयोजित किया जाएगा।
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उन्होंने आरोप लगाया कि गाय के नाम पर केवल नारे लगाए जाते हैं, लेकिन किसी ने भी गाय को सच में “मां” कहने की हिम्मत नहीं दिखाई। उनका कहना था कि भारत में गाय की हत्या के खिलाफ गंभीर कदम उठाने की जरूरत है, क्योंकि गोमांस का निर्यात बढ़ रहा है, जो कि एक बड़ा मुद्दा है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने महाकुंभ में मुस्लिम समुदाय के प्रवेश पर रोक लगाने की भी बात की और कहा कि जैसे मक्का-मदीना में मुस्लिमों को ही जाने की अनुमति होती है, वैसे ही कुंभ भी हिंदुओं का है और इसमें किसी अन्य धर्म के लोगों को दखल नहीं देना चाहिए।
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इसके अलावा, महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनावों पर उन्होंने एकनाथ शिंदे की सरकार का समर्थन किया। शंकराचार्य ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता को एकनाथ शिंदे की सरकार को दोबारा चुनना चाहिए, क्योंकि शिंदे सरकार ने गाय को माता का दर्जा दिया है, जो 78 साल में पहली बार हुआ।